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गर्मी में भारी पड़ सकता है ज्यादा काढ़े का सेवन, आयुर्वेद डॉक्टर ने जारी की चेतावनी

नई दिल्ली: कोविड महामारी के दौर में आयुर्वेद के नुस्खे काफी चलन में हैं और इनसे लोगों को फायदा भी मिल रहा है। कोविड से बचाव के लिए अब अधिकतर लोग इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए देसी काढ़ा का सेवन करने लगे हैं।पिछले एक साल में देसी नुस्खों में सबसे ज्यादा काढ़ा ही ट्रेंड कर रहा है। जिस काढ़े का प्रयोग लोग ठंड को दूर कर गर्माहट लाने के लिए करते थे लेकिन कोरोना काल में सभी इम्यून सिस्टम को दुरुस्त करने के लिए इसे पी रहे हैं।

चूंकि अब गर्मी का सीजन है और ऐसे में गर्म चीजों का अत्यधिक सेवन नुकसानदायक बताया जाता है। तो क्या इस भीषण गर्मी में काढ़ा पीना सेहत के लिए फायदेमंद होगा या फिर इससे नुकसान होगा? इस मामले पर हमने आयुर्वेदिक डॉक्टर से भी राय ली है। आइए जानते हैं गर्मी में काढ़ा के सेवन फायदेमंद है या फिर सेहत के लिए जोखिम भरा।सर्दी के मौसम में खांसी और जुकाम को दूर करने के लिए काढ़ा हर मां का का अचूक नुस्खाहै। काढ़ा बनाने में इस्तेमाल होने वाली सामग्री गर्म तासीर की होती है जिसका गर्मियों में सेवन करने से नुकसान भी हो सकते हैं।

इस बात के बारे जब हमने बेंगलुरु के जीवोत्तम आयुर्वेद केंद्र के वैद्य डॉ. शरद कुलकर्णी एमएस (एवायू), (पीएच.डी.) से पूछा तो उन्होंने भी इस बात की पुष्टि की है ये यकीनन काढ़ा हर किसी को इस मौसम में फायदा नहीं पहुंचा सकता है। गर्मी के सीजन में एक दिन में सिर्फ 30 एमएल ग्राम ही काढ़े का सेवन करना चाहिए। इससे आपको नुकसान नहीं होगा। इसलिए इसकी बहुत कम मात्रा लेनी चाहिए।

वैद्य का कहना है कि जो लोग अच्छे से पानी पी रहे हैं, अच्छे से अपना खान-पान कर रहे हैं और अच्छे से नींद ले रहे हैं तो उन्हें अधिक काढ़ा नहीं पीना चाहिए। ऐसे लोग अगर गर्मी में काढ़ा पीते हैं तो उनके अंदर हीट बढ़ जाएगी और ऐसी सिचुएशन में उन्हें एसिडिटी, पेशाब में जलन, सीने में जलन या फिर फ्रेश होने के वक्त ब्लीडिंग या जलन हो सकती है।फ्रेश होने के वक्त जोर लगाएंगे तो समस्याएं और बढ़ सकती हैं। इसलिए बेहतर होगा कि वे काढ़ा न पिएं। अगर पीना ही है तो एक बार में 15 एमएल ही पिएं। दिन में 30 एमएल ही लेना सही होगा।

डॉक्टर का कहना है कि जिन लोगों को गर्मी में भी सर्दी खांसी, निमोनिया हो, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ या फिर कोविड के मरीज हैं तो वे 50 एमएल तक काढ़ा की मात्रा का सेवन कर सकते हैं। लेकिन फिर भी उन्हें काढ़ा पीने के बाद बेचैनी हो या फिर गर्मी लगने लगे तो वे इसके सेवन के एक घंटे बाद फल खाएं जिससे आराम होगा।​विशेषज्ञों के अनुसार, काढ़ा आपकी प्रतिरक्षा यानी इम्यूनिटी को बढ़ाने के लिए लिए सबसे अच्छे उपचारों में से एक है। इसके सेवन से आपका इम्यून सिस्टम दुरुस्त रहता है और इस तरीके से आप कोविड से अपना बचाव कर सकते हैं।

चूंकि यह जड़ी-बूटियों और मसालों का काढ़ा है, यह एंटीऑक्सीडेंट से भरा हुआ है जो प्रतिरक्षा को बढ़ाने में मदद करता है। जैसा कि ऐसी कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि कोरोना वायरस कमजोर प्रतिरक्षा वाले लोगों को अपना शिकार बना रहा है और यही वजह है इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए देसी नुस्खों पर भरोसा कर रहे हैं। बता दें ‎कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर के मामलों में अब दिन-ब-दिन कमी आ रही है। इसमें कोई संदेह नहीं कि वैक्सीनेशन और लॉकडाउन के चलते कोविड का प्रकोप थोड़ा कम हुआ है। लेकिन इसके अलावा हर रोज लाखों लोग घर में रहकर भी कोविड का ट्रीटमेंट कर ठीक हो रहे हैं। जैसा कि आप जानते हैं कि अस्पतालों में इस समय बेड और ऑक्सीजन की भारी किल्लत है लिहाजा अब लोग देसी नुस्खे आजमा रहे हैं।

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