ज्योतिष डेस्क : मार्गशीर्ष या अगहन माह में भगवान श्री कृष्ण का पूजन करने वालों के सब क्लेश दूर हो जाते हैं। दुख-दरिद्रता से उद्धार होता है। जिन परिवारों में कलह-क्लेश के कारण अशांति का वातावरण हो, वहां घर के लोग मार्गशीर्ष माह में इन मंत्रों का अधिकाधिक जप करें।
समस्त दुखों से छुटकारा पाने का मंत्र-
कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने। प्रणतक्लेशनाशय गोविंदाय नमो नम:।।
संपत्ति प्राप्त करने के लिए प्रतिदिन पढ़ें यह मंत्र-
यत्र योगेश्वर: श्रीकृष्ण: यत्र पार्थो धनुर्धर:। तत्र श्रीर्विजयो भूतिध्रुवा नीतिर्मतिर्मम।।
घर में कलह हो तो पढ़ें मंत्र- कृष्णायवासुदेवायहरयेपरमात्मने। प्रणतक्लेशनाशायगोविन्दायनमोनम:॥
जिन लड़कों का विवाह नहीं हो रहा हो या प्रेम विवाह में विलंब हो रहा हो, उन्हें शीघ्र मनपसंद विवाह के लिए श्रीकृष्ण के इस मंत्र का 108 बार जप करना चाहिए-
मंत्र- क्लीं कृष्णाय गोविंदाय गोपीजनवल्लभाय स्वाहा।’
जिन कन्याओं का विवाह नहीं हो रहा हो या विवाह में विलंब हो रहा हो, उन कन्याओं को श्रीकृष्ण जैसे सुंदर पति की प्राप्ति के लिए माता कात्यायनी के इस मंत्र का जप वैसे ही करना चाहिए जैसे द्वापर युग में श्री कृष्ण को पति रूप में पाने के लिए गोकुल की गोपियों ने किया था।
मंत्र- कात्यायनि महामाये महायोगिन्यधीश्वरि। नन्दगोपसुतं देवि पतिं मे कुरू ते नम:।।
अगर कोई गुरु ना हो तो जपें ये मंत्र – मंत्र- वसुदेवसुतं देवं कंसचाणूरमर्दनम्। देवकीपरमानन्दं कृष्णं वन्दे जगद्गुरूम्।।
जीवन में आने वाली विपरीत परिस्थितियों में विजय प्राप्त करने के लिए श्रीमद्भगवद्गीता के इस श्लोक को पढ़ना चाहिए-
मंत्र- यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत। अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम्।।