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जानिए कौन हैं विक्रम राठौड़ जिन्हें बनाया गया टीम इंडिया का नया बल्लेबाजी कोच

विश्व कप के सेमीफाइनल में मिली हार और टीम इंडिया के मिडिल ऑर्डर का लगातार फेल होने की गाज टीम इंडिया के बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ पर गिरी। अब बांगड़ की जगह टीम इंडिया के पूर्व चयनकर्ता रहे विक्रम राठौड़ को टीम इंडिया के बल्लेबाजी कोच की कमान मिली है। 1996 में इंग्लिश सरजमीं पर भारतीय टीम के लिए डेब्यू करने वाले विक्रम राठौड़ का घरेलू क्रिकेट में रिकॉर्ड शानदार है। पंजाब के इस बल्लेबाज ने अपने खेल के दमपर टीम इंडिया में जगह भी बनाई, लेकिन उसे कभी इंटरनेशनल क्रिकेट में दिखा नहीं पाए।

विश्व स्तरीय गेंदबाजी के आगे विक्रम अक्सर जुझते नजर आते। कमजोर फुटवर्क हमेशा उनकी बल्लेबाजी पर काला धब्बा लगाते दिखता। वह स्थिति के अनुसार अपनी बल्लेबाजी को समायोजित करने में सक्षम नहीं थे, वह गुणवत्ता जिसे हम आमतौर पर एक विश्व स्तरीय बल्लेबाज से देखने की उम्मीद करते हैं। टीम इंडिया के ओपनिंग बल्लेबाज रह चुके विक्रम राठौड़ ने भारत के लिए छह टेस्ट मैच और सात वनडे मैच खेले थे। शायद विक्रम को पता लग गया था कि वह शायद ही उस प्रतिष्ठा को जी सकते हैं, जो घरेलू क्रिकेट में उनके शानदार रन स्कोरिंग के कारण उन्हें मिली थी। अंतत: उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पकड़ नहीं बना पाने के कारण निराशा में करियर को समाप्त करना पड़ा।

साल 2012 में वे टीम इंडिया के चयनकर्ता भी रह चुके हैं। कुछ दिन पहले ही पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ ने इंडिया-ए के बैटिंग कोच के लिए उनके नाम का सुझाव दिया था। यानि इससे साबित होता है कि वो कितने काबिल हैं। इससे पहले भी विक्रम राठौड़ ने कोच पद में दिलचस्पी दिखाई थी। वह हाल के दिनों में इंडिया-ए और अंडर -19 टीमों का कोच बनना चाह रहे थे, लेकिन प्रशासकों की समिति (सीओए) ने हितों के टकराव के कारण उनके आवेदन को स्वीकार नहीं किया था।

बल्लेबाजी कोच के लिए विक्रम राठौड़ का सीधा मुकाबला अजिंक्य रहाणे के निजी बल्लेबाजी कोच प्रवीण आमरे से था। हालांकि मौजूदा बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ भी दोनों को कड़ी टक्कर थे रहे थे। पहले ऐसा माना जा रहा था कि पूर्व भारतीय बल्लेबाज प्रवीण आमरे इस पद के लिए सबसे उपयुक्त उम्मीदवार हैं। आमरे पहले भी दिल्ली कैपिटल्स की टीम से जुड़े रहे हैं और मौजूदा समय में अजिंक्य रहाणे के निजी कोच भी हैं।

आमरे सुरेश रैना और रॉबिन उथप्पा जैसे पूर्व भारतीय बल्लेबाज के साथ भी काम कर चुके हैं। सूत्रों का कहना है कि यह बात सभी को पता थी कि हाल-फिलहाल में बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ के रहते टीम इंडिया के कुछ मौजूदा सदस्यों ने अपनी बल्लेबाजी में सुधार के लिए पूर्व भारतीय बल्लेबाजों से संपर्क किया था। यह बात बांगड़ के खिलाफ गई। इसके अलावा कुछ दिनों से टीम इंडिया का मध्यक्रम भी लय में नहीं।

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