जीवनशैली

ठंड में भी जरूरी है पर्याप्त मात्रा में पानी पीना

water_drinking_30_11_2015ठंड का मौसम शुरू हो चुका है। जहां एक तरफ इस मौसम में उत्सवी माहौल बना रहता है तो दूसरी तरफ हेल्थ इशूज भी पनपने लगते हैं। उनमें से एक आम इशू रहता है डी-हाइड्रेशन का। टेम्परेचर के ड्रॉप होते ही तेज ठंडी हवाएं भी चलने लगती हैं और हमारी बॉडी भी मॉइस्चर लूज करने लगती है। इसकी एक वजह यह भी होती है कि हम अचानक पानी पीना कम कर देते हैं।

BUT I AM NOT SWEATING?

ये सही है कि ठंड में तपता सूरज और धूप परेशान नहीं करते लेकिन ठंड में हीटर और ब्लोअर की गर्मी तो हम लेते ही हैं। स्वेटिंग उतनी नहीं होती जितनी गर्मी के मौसम में होती है लेकिन नाक के अंदर से हम लगातार वॉटर वेपर छोड़ते हैं जो स्टीम की तरह निकलता है। हमारी बॉडी का 70 फीसद हिस्सा पानी होता है, इसलिए साल का कोई हायड्रेशन बेहद जरूरी होता है।

प्यास लगना डीहाइड्रेशन से ठीक पहले का संकेत है। ये देर से मिलता है इसलिए हमें प्यास लगने का इंतजार नहीं करना चाहिए। प्यास लगना दरअसल हमारे बॉडी फंक्शंस का कॉम्प्रोमाइज्ड कॉल होता है। इसके अलावा डीहाइड्रेशन के संकेत में शामिल हैं शैप्ड लिप्स, फ्लेकी स्किन, माइल्ड हैडेक, एक्ने।

ठंड में अगर डीहाइड्रेशन हो जाए तो सर्दी जुकाम भी हो जाता है। वजन बढ़ने की भी यही वजह है। जब हम पानी पर्याप्त मात्रा में पीते हैं तो हमारी भूख और डाइट भी कंट्रोल में रहती है। कम पानी पीने की वजह से कई बार हम प्यास को भूख से कन्फ्यूज कर लेते हैं जिसका नतीजा होता है ओवरईटिंग।

HOW MUCH WATER IS ENOUGH IN WINTER

  • -पुरुष के लिए एक दिन में 8 से 10 ग्लास।
  • महिलाओं के लिए 6 से 8 ग्लास काफी हैं।
  • एक्सरसाइज करने वाले पुरुष 10 से 14 ग्लास पानी पियें।
  • एक्सरसाइज करने वाली महिलाएं 8 से 12 ग्लास पानी पियें।

IMPROVING YOUR WATER INTAKE

  • वॉटर बेस्ड फूड पर स्नैक करें। फ्रेश फ्रूट्स और वेजीस के अलावा सूप भी पियें। ये भी बॉडी का फ्लूइड इंटेक बढ़ाता है।
  • पानी में फ्लेवर एड करें। जैसे खीरा स्लाइस, नीबू स्लाइस या संतरे के डालकर पानी पिएंगे तो ज्यादा पी पाएंगे।

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