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त्रिपुरा में मॉब लिंचिंग में 3 की मौत, सरकारी कर्मचारी की अफवाह ने ली जान


अगरतला : त्रिपुरा में एक ही दिन में पीटकर हत्या करने की तीन घटनाओं के बाद सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी और विपक्ष सीपीआई और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गया। मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देव और कानून मंत्री रतन लाल नाथ ने इन घटनाओं के लिए सीपीआई को जिम्मेदार ठहराया है जबकि वाम पार्टी और कांग्रेस ने इन मामलों के लिए नाथ को जिम्मेदार बताया है। दरअसल, बुधवार को पश्चिम त्रिपुरा जिले के मोहनपुर उपमंडल की एक कॉलोनी में 11 साल के एक लड़के का शव मिला था, उसके गले और पीठ पर गहरी चोट के निशान थे। नाथ ने कथित रूप से बयान दिया कि बच्चे के गुर्दे निकाल लिए गए हैं।

कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष तपस डे ने आरोप लगाया कि बच्चे के अंग निकालने की नाथ की आधारहीन टिप्पणी से भीड़ उत्तेजित हुई और वो इन मौतों के लिए जिम्मेदार हैं। डे ने कहा कि सोशल मीडिया पर वायरल हुई वीडियो में नाथ को यह कहते हुए देखा जा सकता है कि लड़के के शरीर पर घाव से लगता है कि उसके गुर्दे निकाल लिए गए हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि मुख्यमंत्री ने कल विधानसभा में बताया था कि लड़के के शव में से कोई अंग नहीं निकाला गया है। सीपीआई प्रवक्ता गौतम दास ने आरोप लगाया कि एक मंत्री कैसे बिना पुष्टि के ऐसे दावे कर सकता है? उन्हें इसकी नैतिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए और इस्तीफा देना चाहिए।

वहीं, मुख्यमंत्री देब ने कहा कि सीपीआई सरकार की छवि को खराब करने की साजिश रच रही है। इस संबंध में गिरफ्तार किए गए कई लोग सीपीआई के कार्यकर्ता हैं। सहायक पुलिस महानिरीक्षक (कानून एवं व्यवस्था) स्मृति रंजन दास ने बताया कि मामलों में 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि दक्षिण त्रिपुरा जिले के कलाछारा में बच्चा चोर होने के संदेह में भीड़ ने सुकांत चक्रवर्ती (33) की पीटकर हत्या कर दी। वहीँ सिपाहीजाला जिला के बिशालगढ़ में एक अज्ञात महिला की उस समय पीटकर हत्या कर दी गयी जब वो चार लोगों के साथ एक वाहन में जा रही थी। पिटाई के कारण एक व्यक्ति घायल हो गया। तीसरी घटना में, कल पश्चिम त्रिपुरा के मुराबारी इलाके में बच्चा चोर होने के संदेह में भीड़ ने उत्तर प्रदेश के एक रेहड़ी वाले की पीटकर मार डाला जबकि दो अन्य को जख्मी कर दिया। मुख्यमंत्री देव ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। त्रिपुरा पुलिस महानिदेशक ए के शुक्ला ने अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए पूरे राज्य में अगले 48 घंटे के लिए एसएमएस और इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी है।

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