राष्ट्रीयस्वास्थ्य

दाहिने कंधे तक जा सकता है पित्त की पथरी का दर्द!

-डॉक्टर की सलाह कि दर्द को गंभीरता से लें मरीज

नई दिल्ली : इम्यूनोलॉजिस्ट और यूर्मेटॉलॉजिस्ट डॉ. स्कन्द शुक्ल ने बताया कि मधु नाम की एक पेशंट को पेट के ऊपरी दाहिने हिस्से में रह-रह कर तेज दर्द होता था। यह दर्द लगातार नहीं होता था, बल्कि एक लहर-सी उठती थी और फिर कुछ देर में हल्की पड़ जाती थी। अक्सर यह दर्द वसा-युक्त भोजन खाने के बाद ज्यादा होता था। साथ में उल्टियां भी आती थीं। यह सब होने के साथ एक नई बात सामने आई। मधु को दाहिने कंधे में भी दर्द का अहसास हुआ। अब तक मधु घर पर मौजूद दर्द और गैस की गोलियां खाकर काम चलाने की कोशिश कर रहीं थी, लेकिन दर्द बढ़ने पर उन्होंने डॉक्टर से सलाह लेने की ठानी। जांच के दौरान पता चला कि मधु के पित्ताशय में कई छोटी पथरियां हैं। एक पथरी पित्ताशय में मुहाने से आगे सिस्टिक डक्ट में भी फंसी हुई है। इसी कारण पित्ताशय में सूजन आ गई है और पित्त-प्रवाह में अवरोध होने के कारण दर्द हो रहा है।

चिकित्सा की भाषा में मधु के दर्द को बिलियरी कॉलिक और पित्ताशय में हो रहे प्रदाह या इन्फ्लेमेशन को एक्यूट कोलिसिस्टाइटिस कहते हैं। कंधे में हो रहा दर्द भी इसी पित्ताशय दर्द का विस्तारीकरण है। इसे रेफर्ड पेन कहा जाता है। शुरुआती उपचार के बाद डॉक्टर ने मधु को पित्ताशय निकालने की सलाह दी। अगर ऐसा नहीं किया गया तो इन पत्थरों के कारण बार-बार दर्द उठने का क्रम जारी रहेगा और पित्ताशय में जलन भी होती रहेगी। इस तरह के मामलों में देर नहीं करनी चाहिए, क्योंकि देर होने पर मुश्किलें बढ़ जाती है।

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