अद्धयात्म

कहता है गरुड़ पुराण, महिलाओं को कभी नहीं करने चाहिए ये 4 काम

एजेंसी/phpThumb_generated_thumbnail (6) गरुड़ पुराण में गृहस्थ जीवन के लिए उपयोगी अनेक बातें बताई गई हैं। यह ग्रंथ न केवल मृत्यु के पश्चात यानी परलोक के जीवन के बारे में बताता है, बल्कि यह मनुष्य जीवन को सुखी बनाने के बारे में भी कल्याणकारी बातें बताता है। 
 
इसमें महिलाओं के लिए ऐसी बातों का भी उल्लेख किया गया है जो उनके जीवन को नष्ट होने से बचाती हैं। जानिए, उन बातों के बारे में जिनसे महिलाओं को बचना चाहिए।
 
1- गरुड़ पुराण कहता है कि किसी भी महिला को अत्यधिक विरह से बचना चाहिए अर्थात अपने जीवनसाथी से दीर्घकाल तक दूर नहीं रहना चाहिए। इससे उसे पारिवारिक स्तर पर अनेक समस्याओं और चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। अत: सुरक्षित एवं सम्मानजनक जीवन के लिए अच्छा है कि वह अपने जीवनसाथी के साथ ही रहे।
  
2- स्त्री हो या पुरुष, हमेशा अच्छे चरित्र के लोगों से ही मित्रता करनी चाहिए। बुरे चरित्र के लोग न केवल खुद का पतन कराते हैं, बल्कि उनके कारण वे लोग भी पतन को प्राप्त होते हैं जो उनके साथ रहते हैं। दुष्ट चरित्र के लोगों का शीघ्र ही त्याग कर देना चाहिए। बेहतर होगा कि ऐसे लोगों की संगति कभी न करें। महिलाओं का इनसे दूर रहना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि संपूर्ण गृहस्थी उन्हीं पर केंद्रित है।
 
3- महिलाओं को हर व्यक्ति का यथायोग्य सम्मान करना चाहिए और यह बात सबके लिए लागू होती है। वर्तमान में किया गया अपमान भविष्य में विनाश का कारण भी बन सकता है, इसलिए कभी किसी को दुर्वचन, कठोर बातें नहीं कहनी चाहिए। जो महिला परिजनों के साथ वार्तालाप में कठोर शब्दों का प्रयोग करती है, कोई आश्चर्य नहीं कि उसके घर में शांति कायम नहीं रहती।
 
4- महिला के लिए जरूरी है कि उसका जीवन सुरक्षित हो, मान-सम्मान की रक्षा हो। इसके लिए आवश्यक है कि वह स्वयं के घर में रहे। पराए घर में लंबे समय तक रहने से वहां न तो मान-सम्मान होता है और न ही उसका जीवन सुरक्षित रह सकता है। इससे उसकी छवि नष्ट होने का भय रहता है। अत: असुविधाओं से बचने के लिए उसे स्वयं के ही घर में रहना चाहिए।
 

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