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बमबाजी और फायरिंग से इलाके में दहशत

acr300-5656027cdd2f225CTY106_2888840इलाहाबाद: किराएदारी के झगड़े में बवाल शुरू होने के बाद आधी रात तक सलोरी, काटजू बाग कॉलोनी, ओमगायत्री नगर, महावीरपुरी, गोविंदपुर से सटे मुहल्लों में गोलियों और बम की आवाज के साथ पुलिस की गाड़ियों का सायरन गूंजता रहा। रह-रहकर उपद्रवी छात्र अचानक गलियों से निकलकर पुलिस पर पथराव करते तो पुलिस भी जवाबी ईंट-पत्थर चलाते उन्हें खदेड़ती। घरों पर भी पथराव के बीच लोग सहमे और दुबके रहे। आधी रात तमाम गलियों में घुसकर पुलिस ने बवाल शांत कर लिया था। कई पुलिस अफसर खुद फोर्स के साथ गलियों में घुसकर टहलते रहे।
वैसे तो इस इलाके के लोगों को ऐसे बवाल की आदत ही पड़ चुकी है। इलाके में सैकड़ों मकानों और लॉज में रहने वाले हजारों छात्र अक्सर मारपीट और उत्पात करते रहते हैं। साल में एक या दो बार भारी उत्पात भी होता है। वही बुधवार को भी हो गया। शाम को छात्रों ने लॉज मालिक के खिलाफ पुलिस चौकी के निकट तिराहे पर चक्काजाम किया तो लोग बवाल को लेकर आशंकित हो गए थे। सात बजने तक जब पुलिस और छात्रों के बीच पथराव और फायरिंग होने लगी तो इलाके के लोग जैसे-तैसे घरों में घुसकर कैद हो गए।

सलोरी बाजार और काटजू बाग कॉलोनी से लेकर गोविंदपुर तक भगदड़ और खलबली मच गई। दुकानों के शटर धड़ाधड़ बंद होने लगे। कोचिंगों में मौजूद छात्र-छात्राएं भी क्लास से निकलकर भागे। भगदड़ में छात्राओं को खासी फजीहत झेलनी पड़ी। पथराव और भगदड़ में तमाम छात्राएं साइकिल और स्कूटी से गिरकर जख्मी भी हो गई। रोती और सहमी छात्राएं जैसे-तैसे अपने घर पहुंची। कुछ छात्राएं तो रात तक आसपास के घरों में शरण लिए रहीं। देर रात परिवार के लोग आकर उन्हें घर ले गए।

बुधवार शाम सैकड़ों छात्रों पर लाठीजार्च करने के बाद पुलिसवालों को पथराव झेलना पड़ा। सीओ समेत कई पुलिसकर्मी जख्मी हो गए। पुलिस फोर्स को पीछे हटना पड़ा था। मगर रात नौ बजे के बाद पूरे जिले की फोर्स और पीएसी जुटने के बाद पुलिस ने गलियों में घुसकर उपद्रवियों को खदेड़ना-दबोचना और पीटना शुरू किया तो यह सिलसिला रात भर चलता रहा। लॉजों-मकानों में पुलिस फोर्स ने दरवाजा तोड़कर कहर बरपाया।

एक तो पंचायत चुनाव। ऊपर से देव दीपावली पर शहर में कार्यक्रम के चलते कर्नलगंज के सलोरी में बुधवार शाम जब लॉज मालिक के खिलाफ छात्रों ने हंगामा करते हुए जाम किया तो पुलिस बल की बेहद कमी थी। सीओ कर्नलगंज वीरेंद्र कुमार इंस्पेक्टर तोमर के साथ ईश्वर शरण पुलिस चौकी पर पहुंचे तो चक्काजाम कर रहे छात्र काफी समझाने पर भी शांत नहीं हुए। ऐसे में पुलिस ने लाठीजार्च कर सात युवकों को पकड़ा तो उग्र हुए छात्र पुलिस पर भारी पड़ गए। सीओ का सिर फटा तो तमाम पुलिसकर्मियों की पिटाई कर दी गई थी। आलम यह था कि दोनों तरफ से छात्रों के हमले में घिरे पुलिसकर्मियों के सामने भारी खतरा पैदा हो गया था।

करीब आधे घंटे बाद दूसरे थानों की फोर्स आने पर किसी तरह चौकी पर फंसी पुलिस पर खतरा टला। इसके बाद जैसे-तैसे फोर्स जुटती गई, तमंचो से लगातार फायरिंग और बमबाजी कर रहे छात्रों को पुलिस ने खदेड़ना शुरू किया। रात ग्यारह के बाद स्थिति काफी हद तक पुलिस ने काबू में कर ली तो फिर उपद्रवियों की धरपकड़ शुरू की गई। कई मकानों और लॉजों में पुलिस दरवाजा तोडकर घुसी तथा कमरों में दुबके छात्रों को दबोचकर लाठियां बरसाईं। कई छात्र नेताओं ने फोनकर सीओ और एसपी सिटी पर बर्बरता का आरोप लगाया।

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