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मर चुके शख्स के साथ 45 दिन तक रहीं ये महिलाएं, सच जान उड़ जाएंगे होश

लखनऊ: 45 दिन पहले एक शख्स की मौत हुई. शख्स की पत्नी और उसकी बेटी ने इसकी किसी को भनक तक नहीं लगने दी. जिस कमरे में शव को बिस्तर पर रखा, उसी कमरे में आती-जाती रहीं. खाती पीती रहीं. यहाँ तक कि शव सड़कर कंकाल तक बन गया. हड्डियाँ निकल आईं. इसके बाद भी इन दोनों को महिलाओं को न तो डर लगा और न ही बदबू से परेशान हुईं. जब आसपास के लोगों को बदबू लगी और कुछ शक हुआ तो इसकी सूचना पुलिस को दी. इसके बाद जो घटना सामने आई, उससे पुलिस (Kolkata Police) के भी होश उड़ गए.

मामला कोलकाता का है. यहाँ एक महिला और उसकी बेटी को उसके 78 वर्षीय पति के सड़े-गले शव (Live with Dead body) के साथ रहते हुए पाया गया. घटना प्रकाश में तब आई जब बागबाजार क्षेत्र में स्थित उनके घर से भीषण दुर्गंध उठने लगी. पड़ोसियों द्वारा पुलिस को खबर देने के बाद पुलिस ने जांच की तो पाया कि दोनों महिलाएं, 78 वर्षीय दिग्विजय घोष के सड़े-गले शव के साथ रह रही थीं.

पुलिस के अनुसार, शख्स कम से कम डेढ़ महीने पहले मर चुका था. शव पूरी तरह सड़-गल चुका था और कंकाल बाहर दिख रहा था.” अधिकारी ने कहा, “मौत का कारण अभी स्पष्ट नहीं है. हमने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है. हम मृतक की पत्नी और उसकी बेटी से पूछताछ कर रहे हैं.”

पुलिस यह भी पता लगाने का प्रयास कर रही है कि कहीं दोनों महिलाएं मानसिक रूप से अस्वस्थ तो नहीं हैं. उक्त दोनों महिलाओं ने पुलिस को अंदर आने से रोका था. वह सामान्य जीवन जी रही थीं जबकि शव उसी कमरे में बिस्तर पर पड़ा हुआ था.

अधिकारी ने कहा, “दरवाजे और खिड़कियां बंद थे और किसी को घर के भीतर आने नहीं दिया जाता था. मृतक की बेटी अपने पति के साथ नहीं रहती थी और कुछ सालों से अपने माता-पिता के यहां रह रही थी. हम घटना की जांच कर रहे हैं.” इस घटना ने रॉबिन्सन स्ट्रीट की यादें ताजा कर दी हैं, जिसमें सॉफ्टवेयर इंजीनियर पार्थ डे नामक व्यक्ति ने अपनी बहन देवजानी डे के कंकाल के साथ छह महीने गुजारे थे.

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