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यूपी में सोशल मीडिया पर लड़ी जा रही वोटों की जंग

sosal mयुवाओं को रिझाने का प्लेटफार्म बनी सोशल मीडिया

लखनऊ, राजनीतिक दलों खासतौर पर कांग्रेस-भाजपा के बीच सोशल मीडिया पर लड़ी जा रही वोटों की जंग बेवजह नहीं है। दरअसल यह सब उन मतदाताओं को रिझाने के लिए हो रहा है जो १८ से ३५ आयु वर्ग के हैं और जिनका हाथ काफी समय कम्प्युटर के माउस पर और निगाहें मॉनीटर पर रहती है। राजनीतिक पार्टियां इस बात को बखूबी समझ रही हैं कि फेसबुक पर चौट करने वाले इन नौजवानों का भरोसा ही सत्ता का मार्ग प्रशस्त करेगा। बड़ा राज्य होने के नाते यूपी में मतदाताओं की संख्या अन्य राज्यों के मुकाबले कहीं ज्यादा है। यहां १२ करोड़ ६६ लाख से ज्यादा मतदाता हैं।
इसमें ५० फीसदी से ज्यादा मतदाता १८ से ३५ आयु वर्ग के हैं। अनुमान है कि २०१४ के लोकसभा चुनाव तक यह संख्या १३ करोड़ के आस-पास पहुंच जायेगी। प्रदेश के मुख्य चुनाव अधिकारी उमेश सिन्हा को उम्मीद है कि आगामी लोकसभा चुनाव में १८ वर्ष का कोई भी युवा मतदाता बनने से नहीं छूटेगा। उनका कहना है कि मतदाता जागरुकता अभियान के प्रति नये मतदाताओं में भारी रुझान दिख रहा है। आयोग द्वारा फोटोयुक्त मतदाता पहचान पत्र बनाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है।
इसमें मान्यता प्राप्त प्रान्तीय व राष्ट्रीय दलों से भी सहयोग लिया जा रहा है। मुख्य चुनाव अधिकारी कार्यालय का दावा है कि लोकसभा चुनाव में वोट डालने वालों की कतार में हर आठवां मतदाता युवा होगा और जिसकी आयु १८ से ३५ वर्ष के बीच होगी। आयोग युवाओं को मतदाता बनने के लिए ही नहीं बल्कि वोट डालने के लिए भी प्रेरित कर रहा है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि राजनीतिक दल इस बार चुनाव में नौजवान मतदाताओं को नजरन्दाज नहीं कर सकते। उन्हें अपना घोषणा पत्र नौजवानों की जरुरत और मांग के अनुरूप बनाना ही होगा। आज का नौजवान अधिक वेतन की नौकरी, सुरक्षा, भ्रष्टाचार मुक्त समाज, बेहतर, विकास और रोजगारपरक शिक्षा तथा एन्टी रेप कानून को मजबूती से लागू करने की बात कर रहा है।
जो पार्टी नौजवानों के सपनों को पूरो करने का दम भरेगी, उसी के तरफ उनका रुझान होगा। जानकार भी यह कह रहे हैं कि नौजवान मतदाताओं की वजह से इस बार लोकसभा चुनाव दिलचस्प होगा। नौवजान मतदाताओं की सोशल मीडिया पर मौजूदगी को देखते हुए राजनीतिक दलों ने अपनी ताकत फेसबुक और ट्वीटर पर भी झोंक दी है। कांग्रेस विपक्षी दलों के हमलों का जवाब देने के लिए कार्यशाला आयोजित कर पार्टी के युवा कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षित कर रही है। सोशल मीडिया पर कांग्रेस की नीतियों और कांग्रेस के नेतृत्व वाली केन्द्र की यूपीए-२ सरकार के कल्याणकारी कार्यत्रâमों का प्रचार करने की जिम्मेदारी युवा कार्यकर्ताओं को दी गयी है। साथ ही उन्हें यह भी बताया जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी के केन्द्र सरकार पर लगाये जा रहे भ्रष्टाचार का जवाब किस तरह दिया जायेगा।
जितेन्द्र//आदेश//पंकज//३०सितम्बर २०१३

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