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ये है दुनिया का सबसे खूंखार सीरियल KILLER, रुमाल से 931 हत्याएं करके बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड

phpThumb_generated_thumbnail (15)नई दिल्ली।

हमने ज्यादातर सीरियल किलर के रुप में चार्ल्स शोभराज और जैक द रिपर के बारे में सुना है, जो यौन उत्पीड़न करने के बाद विक्टिम को मार देते थे। बाद में उसके सिर को काटकर ट्रॉफी की तरह अपने घर में टांग देते थे। इन सब निर्दयी सीरियल किलर्स के बारे में हमने बहुत बार सुना है। आज हम बात करेंगे भारत के ऐसे सीरियल किलर के बारे में जो 900 बेगुनाह लोगों को मौत के घाट उतार चुका है। यह दरिंदा और कोई नहीं बल्कि ठग बहराम है। बहराम के आगे चार्ल्स शोभराज जैसे खूंखार सीरियल किलर भी बौने लगते हैं। 
 
साल 1765 में जन्मा ठग बहराम सीरियल किलर के रूप में पूरी दुनिया में कुख्यात है। 50 साल में  ठग बहराम ने रूमाल के जरिए गला घोंटकर 900 से अधिक लोगों की हत्या की थी। ठग बहराम को 75 साल की उम्र में पकड़ लिया गया। उसने अपना अपराध कबूल कर लिया। बहराम को वर्ष 1840 में फांसी की सजा दी गई। 
900 से ज्यादा लोगों की हत्या
तत्कालीन अंग्रेजी हुकुमत में ठगों और डकैतों पर काम करने वाले जेम्स पैटोन ने लिखा है कि ठग बहराम ने 931 लोगों को मौत के घाट उतारा था। उसने उनके सामने ही इन हत्याओं के बारें में स्वीकार भी किया है। उस समय के ठग आज के ठगों से अलग थे। वर्तमान में धोखाधड़ी करने वालों को ठग कहा जाता है, लेकिन उस समय ठग बहुत ही खूंखार प्रवृत्ति के होते थे। 
 
पीले रुमाल से किया था कत्ल 
ठग बहराम के बारे में कहा जाता है कि वह एक बार जहां से गुजरता था, वहां लाशों की ढेर लग जाते थे। वह पीले रुमाल से लोगों की हत्या करता था। कहा जाता है कि दिल्ली से लेकर ग्वालियर और जबलपुर तक उसका इस कदर खौफ हो गया था कि व्यापारियों ने रास्ता चलना बंद कर दिया था।
 
सीरियल किलिंग में बनाया वर्ल्ड रिकॉ्ड
ठग बहराम के कारण अंग्रेज सरकार को ठग विरोधी कानून बनाने के लिए मजबूर होना पड़ा। 1790 से 1840 तक उसने 931 हत्याएं कीं। वह अपने शिकार की हत्या उनका गला दबाकर किया करता था। ‘गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड’ के अनुसार सन् 1790-1840 के बीच महाठग बहराम ने 931 सीरियल किलिंग की, जो कि विश्व रिकॉर्ड है। वर्ष 1840 में उसे अंग्रेज सरकार ने सजा-ए-मौत दे दी।
 

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