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लापता विमान : उम्मीद बाकी तलाशी अभियान जारी

mlकैनबेरा । मलेशियाई एअरलाइंस के लापता विमान का एक पखवाड़ा बाद भी कोई सुराग नहीं मिला है  लेकिन लेकिन आस्ट्रेलिया के कार्यवाहक प्रधानमंत्री वार्रेन ट्रस ने रविवार को कहा कि उम्मीद कायम रहने तक दक्षिणी हिंद महासागर में तलाशी अभियान जारी रहेगा। दक्षिणी हिंद महासागर में मलबा दिखे जाने के बाद तलाशी का काम जारी है। संदेह है कि समुद्र में तैरते दिखे टुकड़े लापता विमान के हैं। आस्ट्रेलियाई समुद्री सुरक्षा प्राधिकरण (एएमएसए) ने रविवार रात अपने ताजा अपडेट में कहा है कि तलाशी अभियान में कोई उल्लेखनीय प्रगति नहीं हुई है। एएमएसए ने कहा है  ‘‘सुबह में समुद्र में खास तौर से पश्चिमी क्षेत्र के तलाशी वाले इलाके में कोहरा छाया हुआ था हालांकि बाद में स्थिति में सुधार हुआ।’’कुल आठ विमान और रॉयल आस्ट्रेलियन नौसेना ने रविवार को पर्थ के दक्षिण पश्चिम में करीब 59००० वर्ग किलोमीटर में तलाशी ली। मलेशियाई एअरलाइंस का विमान एमएच 37० कुआलालंपुर से 8 मार्च को बीजिंग के लिए उड़ान भरने के बाद बीच रास्ते में रहस्यमय ढंग से गायब हो गया। बोइंग 777-2००ईआर के बारे में शुरू में माना जा रहा था कि वियतनाम तट के समीप दक्षिण चीन सागर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया होगा। विमान को उसी दिन सुबह 6:3० बजे बीजिंग में उतरना था। विमान में सवार 227 यात्रियों में पांच भारतीय  154 चीनी  38 मलेशियाई व अन्य शामिल थे। विमान का उसके रडार से संपर्क 1:4० बजे टूट गया। उस समय वह वियतनाम के हो ची मिन्ह शहर के वायु यातायात नियंत्रण की सीमा में उड़ान भर रहा था। रविवार को एएमएसए के एक संवाददाता सम्मेलन में कार्यवाहक प्रधानमंत्री ट्रस ने कहा  ‘‘हम सुराग मिलने को लेकर उम्मीद कर रहे हैं  लेकिन इस तरह की तलाशी में लंबा वक्त लगता है। खास तौर से तब जब तलाशी का बिंदु सुदूरवर्ती हो। जैसा इस मामले में है। ट्रस ने कहा  ‘‘हम उम्मीद करते हैं कि शीघ्र ही और सूचनाएं उपलब्ध होंगी जिससे सुगमता होगी या खास तौर उन परिवारों के लोगों को जिनके सदस्य मलेशिया एअरलाइन्स के विमान एमएच 37० में सवार थे  कम से कम यह समझने में मदद मिलेगी कि आखिर हुआ क्या था।समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक  ट्रस ने कहा  ‘‘तलाशी जारी रहेगी और तब तक जारी रहेगी जब तक उम्मीद जिंदा है और मुझे उम्मीद है कि वह समय जल्दी ही आएगा जब हम परिणामत: यह बताने में समर्थ होंगे कि विमान का पता लगा लिया गया है। एएमएसए के आपात सेवा के महाप्रबंधक जान योउंग ने कहा कि एक दिन पहले विमान से देखी गई वस्तुओं की तलाश करने गए खोजकर्ताओं को वस्तुएं मिलने की उम्मीद थी। अमेरिकी और चीनी उपग्रहों ने समुद्र में तैरती वस्तुओं की जानकारी दी थी।

योउंग ने बताया कि रविवार के अभियान के लिए चीन के दो इलीयुशिन 76 विमान को तैयार किया गया है और वे सोमवार को तलाशी में हिस्सा लेंगे  जबकि चीनी युद्ध पोत इलाके में मंगलवार को पहुंच सकेगा। एएमएसए के बचाव समन्वय केंद्र के प्रमुख माइक बार्टोन ने कहा कि रविवार को तलाशी में चार असैनिक और चार सैनिक विमानों ने हिस्सा लिया। इधर दो भारतीय विमानों ने रविवार से मलेशिया एअरलाइंस के लापता विमान एमएच 37० की खोज शुरू की। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मलेशिया को मदद करने की प्रतिबद्धता जताई थी जिसके तहत दोनों विमान भेजे गए हैं।  भारतीय नौसेना का पी8-1 और वायुसेना का सी-13०जे तलाशी के काम में मदद करने के लिए 21 मार्च को मलेशिया पहुंच गया था। विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है  ‘‘मलेशिया द्वारा स्थापित एअरोनौटिकल रेस्क्यू कोआर्डिनेशन सेंटर (एआरसीसी) में विस्तृत चर्चा के बाद दोनों भारतीय विमानों ने रविवार की सुबह तलाशी वाले इलाके की ओर उड़ान भरी।बयान में कहा गया है कि दोनों विमान के कैप्टन खराब मौसम वाले इलाकों से बचते हुए एआरसीसी द्वारा आवंटित क्षेत्र तक विमान लेकर गए।

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