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लेखकों के बाद अब आर्टिस्ट्स ने खोला नफरत फैलाने वालों के खिलाफ मोर्चा

anish-kapoor_1446003411नई दिल्ली/चेन्नई. देश में नफरत फैलाने वाली ताकतों के खिलाफ करीब 30 लेखकों द्वारा साहित्य अकादमी पुरस्कार वापस करने के बाद अब इसी मुद्दे पर कुछ मशहूर आर्टिस्ट और साइंटिस्ट्स भी सामने आ गए हैं। इन लोगों ने एक ऑनलाइन पिटीशन कैंपेन शुरू किया है। यह पिटीशन राष्ट्रपति को भेजी जाएगी।
 
अनीश कपूर भी शामिल
 
इस ऑनलाइन कैंपेन में अनीश कपूर जैसे मशहूर मूर्तिकार शामिल हैं। उनके अलावा के.जी. सुब्रमण्यम, सुबोध गुप्ता ने भी इस पिटीशन पर सिग्नेचर किए हैं। गुप्ता का कहना है कि कुछ साल पहले एम.एफ. हुसैन जैसे मशहूर पेंटर को देश छोड़ना पड़ा था, लेकिन आज असहनशीलता ने सारी लिमिट्स क्रॉस कर ली हैं।
 
क्या है पिटीशन में मैसेज
 
इस ऑनलाइन पिटीशन में लिखा गया है कि यह लोगों, केंद्र और राज्य सरकारों को कार्रवाई न करने के खतरों के बारे में बताने की कोशिश है। पिटीशनर्स ने देश के हालात की तुलना न्युक्लियर बम से करते हुए कहा है कि ताजा हालात बेहद खतरनाक हैं।
 
राष्ट्रपति से अपील
* अनीश कपूर, के.जी. सुब्रमण्यम, अंजलि इला मेनन, विवान सुंदरम और सुबोध गुप्ता जैसी 400 मशहूर हस्तियों ने देश में बढ़ती असहनशीलता के खिलाफ आवाज उठाई है।
* अंजलि मेनन ने एक अलग लेटर में उन 9 इंस्टीट्यूशन्स के बारे में सवाल उठाए हैं जिनपर सरकार कंट्रोल करती है।
* 135 साइंटिस्ट्स और एकेडेमिक्स ने राष्ट्रपति के पास एक अलग से पिटीशन भी भेजी है। इसमें राष्ट्रपति से देश के ताजा हालात पर ध्यान देने की अपील की गई है।
* इस पिटीशन पर सिग्नेचर करने वालों में साइंटिफिक इंस्टीट्यूट्स के पूर्व प्रमुख, आईआईटी टीचर्स और साइंटिस्ट शामिल हैं।

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