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लोकायुक्त की नियुक्ति प्रक्रिया का पूरी तरह से किया पालन : अखिलेश

akhileshलखनऊ: उत्तर प्रदेश लोकायुक्त नियुक्ति मामले में सरकार और राज्यपाल राम नाईक के बीच तकरार अब सरेआम हो रही। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राज्यपाल को अड्डे हाथों लेते हुए कहा, ‘‘लोग सोचते छोटी उम्र का सीएम है, इसे दबा लो।’’अखिलेश ने कहा कि सीएम होने के नाते उन्होंने लोकायुक्त की नियुक्ति प्रक्रिया का पूरी तरह पालन किया। उन्होंने कहा कि किसी संवैधानिक व्यवस्था का उल्लंघन नहीं किया गया है। सीएम ने कहा कि उन्होंने इस मामले में निएता विपक्ष से बात की है और इसे विधानमंडल में भी रखूंगा।अखिलेश यहीं नहीं रुके और जस्टिस रविन्द्र सिंह यादव को लोकायुक्त न बनाए जाने के मुद्दे को क्षेत्रवाद से भी जोड़ दिया। उन्होंने कहा कि क्या मैनपुरी का अधिकारी लोकायुक्त नहीं बन सकता। क्या प्रदेश में दो बड़े पदों पर महाराष्ट्र के लोग रहेंगे। आपको बता दें कि राज्यपाल और इलाहबाद हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ महाराष्ट्र के रहने वाले हैं।एक न्यूज़ चैनल से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा, एक्ट में कहीं नहीं लिखा है कि सीएम के होमटाउन के व्यक्ति को सरकार लोकायुक्त नहीं बना सकती। ऐसा थोड़े ही है कि मैनपुरी का होगा तो …नहीं हो सकता। दरअसल यह सरकार को बदनाम करने की साजिश है। सीएम ने कहा, च्च्मैं भी आरोप लगा सकता हूं, लेकिन मैं ऐसा करना नहीं चाहता. चीफ जस्टिस-गवर्नर, दोनों से मेरे अच्छे संबंध हैं।

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