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विजय माल्या ने भारतीय बैंकों से की अपील कहा-मेरा पैसा लेकर संकटग्रस्त जेट एयरवेज को बचाओ

नई दिल्ली : भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या ने भारतीय बैंकों से अपील की है कि वो उसका पैसा लेकर संकटग्रस्त जेट एयरवेज को बचा लें। उसने दोहराया है कि मैंने कर्नाटक हाईकोर्ट के सामने प्रस्ताव रखा था कि सरकारी बैंकों और दूसरे कर्जदाताओं का बकाया चुकाने के लिए मेरी संपत्तियां बेच दी जाएं। बैंक ऐसा क्यों नहीं कर रहे? इससे कुछ और नहीं तो बैंकों को जेट एयरवेज को बचाने में मदद तो मिल ही जाएगी। माल्या ने कहा कि मुझे खुशी है कि सरकारी बैंकों को जेट एयरवेज ने बेलआउट देकर नौकरियां और एयर कनेक्टिविटी को बचाया।

किंगफिशर के लिए भी मैंने ऐसी ही उम्मीद की थी। एक दूसरे ट्वीट में माल्या ने कहा कि मैंने अपनी कंपनी और कर्मचारियों को बचाने के लिए किंगफिशर एयरलाइंस में 4000 करोड़ रुपए लगाए थे। लेकिन, सरकारी बैंकों ने बेहतर कर्मचारियों और कनेक्टिविटी वाली एयरलाइन को बेरहमी से नाकाम होने दिया। एनडीए के शासन में यह दोहरे मापदंड हैं। माल्या का कहना है कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को उसने जो पत्र लिखे थे उन्हें पढ़ने में भाजपा प्रवक्ता ने वाकपटुता दिखाई और आरोप लगा दिया कि यूपीए सरकार के वक्त सरकारी बैंकों ने किंगफिशर एयरलाइंस को गलत तरीके से सपोर्ट किया था। मीडिया ने मुझे मौजूदा प्रधानमंत्री को पत्र लिखने को मजबूर कर दिया। मुझे आश्चर्य है कि एनडीए सरकार में अब क्या बदल गया है।

माल्या पर भारतीय बैंकों के 9,000 करोड़ रुपए बकाया हैं। उसकी किंगफिशर एयरलाइंस ने बैंकों से लोन लिया था। जिसे माल्या नहीं चुका पाया और मार्च 2016 में लंदन भाग गया। लंदन की अदालत और वहां का गृह विभाग माल्या के प्रत्यर्पण की मंजूरी दे चुके हैं। माल्या ने इस फैसले के खिलाफ लंदन के हाईकोर्ट में अपील की है। माल्या को मुंबई स्थित प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) अदालत भगोड़ा घोषित कर चुकी है। भगोड़ा आर्थिक अपराधी कानून-2018 के तहत माल्या पहला अपराधी है जिसे भगोड़ा घोषित किया गया है।

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