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वेमुला के दोस्तों से मिल पाएंगे कन्हैया? अधिकारी बोले-अनुमति नहीं, छात्र बोले- पुलिस तैनात करो

एजेन्सी/   kanhaiya-kumar-rohith-vemula_650x400_81458629133हैदराबाद: देशद्रोह के आरोप में पिछले दिनों गिरफ्तार किए गए  जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) के स्टूडेंट कन्हैया कुमार कल यानी बुधवार को हैदराबाद यूनिवर्सिटी पहुंचेंगे। यहां दलित स्कॉलर रोहित वेमुला ने जाति आधारित भेदभाव का आरोप लगाते हुए खुदकुशी कर ली थी। अधिकारी कह रहे हैं कि मीटिंग की अनुमति हमने नहीं दी है जबकि छात्रों का कहना है कि उन्हें ऐसी किसी अनुमति की जरूरत ही नहीं है। वहीं, आज हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर के दफ़्तर में तोड़फोड़ की गई। छुट्टी के बाद लौटे वीसी अप्पा राव का छात्रों ने विरोध किया।

वीसी यूनिवर्सिटी में लौट आए हैं लेकिन छात्र कर रहे हैं विरोध….
इस सबके बीच यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर अप्पा राव लौट आए हैं। वे वेमुला की खुदकुशी के बीच तीखे विद्रोह के बीच छुट्टी पर चले गए थे। अब जब वह लौटे हैं तो वहां हंगामा हो रहा है। वेमुला ने अपने सूइसाइड नोट में किसी को भी अपनी मौत के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया था लेकिन एक महीने पहले की वह चिट्ठी भी सामने आ गई थी जो उन्होंने वीसी को यह कहते हुए लिखी थी कि दलित छात्रों को कैंपस में खुद को फांसी पर लटका देने के लिए रस्सियां दे देनी चाहिए।


रोहित के अस्थायी मेमोरियल पर कन्हैया की स्पीच संभावित…
फिलहाल जमानत पर रिहा हुए 28 वर्षीय कन्हैया कुमार यहां रोहित वेमुला के दोस्तों से मिलेंगे। वेमुला के दोस्तों का कहना है कि वेमुला को यूनिवर्सिटी के अधिकारियों ने खुदुकशी करने को बेबस किया। इन अधिकारियों ने उसे और उसके दोस्तों को दिसंबर में सस्पेंड कर दिया था। 26 साल के रोहित ने खुद को हॉस्टल के एक कमरे में पंखे से लटकाकर खत्म कर लिया था।

यूनिवर्सिटी के अधिकारियों का कहना है कि कन्हैया को छात्रों से मुलाकात की अनुमति नहीं दी गई है। यदि यह मीटिंग होती है तो कन्हैया इसमें भाषण भी दे सकते हैं। मीटिंग कैंपस के उस हिस्से में होनी है जहां रोहित वेमुला के लिए अस्थायी मेमोरियल स्थापित किया गया है।

वेमुला के एक करीबी दोस्त प्रशांत ने NDTV से कहा- हमें कैंपस में हमारे वेलीवाडा में किसी मीटिंग के लिए किसी की परमिशन की जरूरत नहीं है। मीटिंग हो, इसके लिए पुलिस को वहां तैनात करना चाहिए।

रोहित वेमुला के परिवार, छात्रों के एक वर्ग और विपक्ष ने रोहित की मौत के पीछे वाइस चांसलर, केंद्रीय मंत्री बंडारू दत्तात्रेय और केंद्रीय मंत्री  स्मृति ईरानी को दोषी ठहराया था। आरोप था कि वेमुला की फ़ेलोशिप भी रोक दी गई थी। रोहित उन पांच शोध छात्रों में शामिल था, जिन्हें पिछले साल यूनिवर्सिटी ने निलंबित कर दिया था, आरोप है कि दो केंद्रीय मंत्रियों स्‍मृति ईरानी और बंडारू दत्‍तात्रेय के दबाव के बाद छात्रों पर कार्रवाई की गई। उन्हें सभी सुविधाओं से वंचित कर दिया गया।

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