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शाजिया- गोपीनाथ ने छोड़ी आप

shazia-gopinahtनई दिल्ली । अपने गठन के एक वर्ष के भीतर तूफानी गति से उभरी आम आदमी पार्टी (आप) के लिए शनिवार का दिन बुरा साबित हुआ। पार्टी के दो नेता शाजिया इल्मी और जी.आर. गोपीनाथ ने पार्टी को अलविदा कह दिया। दोनों ने पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल की नीतियों और रवैये की आलोचना की। टीवी पत्रकार से नेता बनीं शाजिया इल्मी ने कहा कि कुछ दोस्तों का एक गुट पार्टी चलाता है आवेगपूर्ण फैसले लिए जाते हैं और पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र का अभाव है। शाजिया दिल्ली विधानसभा और लोकसभा चुनाव दोनों हार गई थीं। यहां एक संवाददाता सम्मेलन में शाजिया ने पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की आलोचना करते हुए कहा ‘‘मैंने आप की सदस्यता छोड़ने का फैसला लिया है और पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है।’’ उन्होंने कहा ‘‘मेरे लिए यह फैसला लेना मुश्किल था लेकिन आप के अंदर आतंरिक लोकतंत्र का अभाव है जिसने मुझे ऐसा करने के लिए बाध्य किया। पार्टी जो स्वराज की बात करती है खुद इसे पार्टी के अंदर लागू करने में नाकाम रही है।’’ उधर बेंगलुरू में रहने वाले और एअर डेक्कन के संस्थापक गोपीनाथ ने केजरीवाल की आलोचना की और जमानत नहीं भरकर उनके जेल जाने के फैसले पर सवाल उठाया। लोकसभा चुनाव में पार्टी को मात्र चार सीटें हासिल होने से निराश गोपीनाथ ने पार्टी के मुखिया को नसीहत दे डाली उन्होंने कहा कि केजरीवाल को ‘इस तरह की राजनीति’ में नहीं उलझना चाहिए। इसी वर्ष जनवरी में पार्टी में शामिल हुए गोपीनाथ ने कहा ‘‘पार्टी और उसके नेतृत्व के तौर-तरीकों से बढ़ते मतभेद के कारण मैं आम आदमी पार्टी से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा देना बेहतर समझता हूं।’’ वहीं शाजिया ने पार्टी पर अधिकार से वंचित रखने का आरोप लगाते हुए कहा ‘‘हम आप में कुछ दोस्तों की चल रही गुटबाजी के खिलाफ लड़ रहे हैं। कुछ लोग खुद फैसले ले लेते हैं और हमें बाद में बताते हैं।’’ उन्होंने कहा ‘‘मैं पिछले चार साल से जनहित के कार्यों में केजरीवाल का साथ देती रही हूं। एक आज्ञाकारी सिपाही की तरह मैंने काम किया लेकिन मेरी उपेक्षा की गई। जब मैं रचनात्मक आलोचना करने लगी तो मुझे दरकिनार कर दिया गया।’’

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