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हॉकी में भारतीय टीम का कल पहला मुकाबला होगा जापान से

हीरो हॉकी एशिया कप-2017 टूर्नामेंट की चुनौतियों के लिए भारतीय पुरुष हॉकी टीम पूरी तरह तैयार है. पहले मैच में भारत का मुकाबला जापान से होगा. इस टूर्नामेंट में भारतीय टीम का लक्ष्य खिताबी जीत हासिल कर एक बार फिर एशिया रैंकिंग में टॉप स्थान हासिल करना होगा. हालांकि, भारत के लिए यह आसान नहीं होगा. इस टूर्नामेंट में चीन, कोरिया, जापान, पाकिस्तान, ओमान, मलेशिया और मेजबान टीम बांग्लादेश भी इसी मकसद से मैदान पर उतरेंगी.

भारत का मुकाबला जापान से

चीन, कोरिया, जापान, ओमान और बांग्लादेश की टीमों का प्रयास इस टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन कर भुवनेश्वर में आयोजित होने वाले हॉकी पुरुष वर्ल्ड कप-2018 में स्थान हासिल करना होगा. मेजबान देश होने के नाते भारत ने वर्ल्ड कप के लिए क्वालिफाई कर लिया है. इसके अलावा, इस साल लंदन में आयोजित हुए हॉकी वर्ल्ड लीग सेमीफाइनल्स में मलेशिया ने पांचवां और पाकिस्तान ने सातवां स्थान हासिल करने के साथ ही वर्ल्ड कप टूर्नामेंट में प्रवेश कर लिया था.

ढाका में 32 साल बाद हॉकी की वापसी

ढाका में करीब 32 साल बाद इस टूर्नामेंट की वापसी हुई है, जिसके प्रायोजकों में हीरो मोटोकॉर्प शामिल है और इस साल इस टूर्नामेंट को सफल करने के लिए कंपनी हर भरसक प्रयास किया है. बांग्लादेश हॉकी संघ के महासचिव अब्दुल सद्दीकी ने कहा, ‘हमारे लिए यह पल काफी खास है, क्योंकि हमारे देश में करीब 32 साल बाद हीरो एशिया हॉकी कप टूर्नामेंट का आगाज हो रहा है. इस टूर्नामेंट के तहत बांग्लादेश में हॉकी के प्रशंसक न केवल एक साथ आकर बेहतरीन टीमों को प्रतिद्वंदिता करते देखेंगे, बल्कि ढाका में प्रतिस्पर्धी टीमें अपने स्वागत के लिए की गई बेहतरीन तैयारियों को देखेंगी. इस टूर्नामेंट के जरिए हम सभी को अपनी संस्कृति से परिचित भी करवाएंगे.’

पहले मुकाबले के लिए तैयार है भारतीय टीम

भारतीय टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह ने कहा, ‘चार बार एशिया कप जीतने वाली और मौजूदा विजेता कोरिया हमारे लिए कड़ी प्रतिद्वंद्वी टीम साबित होगी. यह टीम ढाका में विश्व कप टूर्नामेंट में क्वालिफाई करने की मकसद से आएगी. इसके अलावा हम बांग्लादेश, मलेशिया और पाकिस्तान जैसी टीमों का खेल भी देखेंगे.’ मनप्रीत ने कहा, ‘हम इस बात से परिचित हैं कि हम इस टूर्नामेंट में प्रबल दावेदार के रूप में प्रवेश करेंगे, लेकिन हम किसी भी टीम कमतर नहीं आंक सकते. यहां आने वाली हर टीम हमारे लिए मजबूत प्रतिद्वंदी होगी. खिताबी जीत हासिल करना हमारे लिए प्राथमिकता है, लेकिन इसके लिए हमें हर मैच में अच्छा प्रदर्शन करना होगा.’ भारत ने इस टूर्नामेंट में दो बार 2003 और 2007 में खिताबी जीत हासिल की है.

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