छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ में 13 साल की गैंगरेप पीड़िता ने बच्चे को दिया जन्म, 3 गिरफ्तार; मुख्य आरोपी फरार

छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में एक हैरान करने वाली वारदात सामने आई है। कोरबा में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार एक 13 साल लड़की ने बच्चे के जन्म दिया है। मामले में एक लड़के समेत कुल तीन लोग गिरफ्तार किए गए हैं। हालांकि, मुख्य आरोपी अब भी फरार है। पुलिस का कहना है कि लोकलाज के डर से लड़की ने अपने परिवार के सदस्यों को अपनी आपबीती के बारे में नहीं बताया था। अचानक जब लड़की को प्रसव पीड़ा होने लगी और उसने बच्चे को जन्म दिया तब परिजन परेशान हो गए। परिजनों ने पीड़िता से पूछताछ की और आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।

पिछले साल हुई थी वारदात
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सामूहिक दुष्कर्म की घटना पिछले साल 22 जून को हुई थी। मुख्य आरोपी लड़की को अपने साथ तब ले गया था जब वह घर पर अकेली थी। मुख्य आरोपी के साथ उसके तीन साथी भी इस वारदात में शामिल थे। सभी आरोपी लड़की को सुनसान जगह पर ले गए और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। आरोपियों ने पीड़िता को धमकी दी कि यदि उसने इस घटना के बारे में किसी को बताया तो उसे गंभीर नतीजे भुगतने पड़ेंगे।

जब प्रसव पीड़ा हुई तब परिजनों को चला पता
अधिकारी ने कहा कि आरोपियों की धमकी और लोकलाज के डर से लड़की ने घटना की जानकारी किसी को नहीं दी। यह मामला तब सामने आया जब पीड़िता को प्रसव पीड़ा हुई। पीड़िता ने 26 जनवरी को अपने घर पर ही बच्चे को जन्म दिया। इसके बाद परिवार के सदस्यों ने पुलिस से संपर्क किया। पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर भारतीय दंड संहिता की धारा 363 (अपहरण), धारा 376 (दुष्कर्म), 376(डी) (सामूहिक दुष्कर्म), धारा-506 बी (आपराधिक धमकी) और पॉक्सो अधिनियम की धारा-6 के तहत शुक्रवार को प्राथमिकी दर्ज की गई।

मुख्य आरोपी को पकड़ने में जुटी पुलिस
पुलिस अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से दो की उम्र क्रमश: 21 और 22 साल है, लेकिन एक नाबालिग है। नाबालिग आरोपी की उम्र के बारे में जानकारी नहीं मिली है। नाबालिग लड़के समेत तीनों आरोपियों को पकड़ लिया गया है। पुलिस ने शनिवार को सभी आरोपियों को अदालत में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। इस केस में मुख्य आरोपी अब भी फरार है। पुलिस की टीमें मुख्य आरोपी को पकड़ने में जुट गई हैं। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। मुख्य आरोपी को कानून के शिकंजे में लाने के लिए पुलिस टीमें सक्रिय हैं।

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