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भारतीय सेना की दहाड़: पीएम मोदी को कोई हाथ तो लगाकर दिखाए, फिर देखना…

नई दिल्ली। भारतीय सेना ने पाकिस्तान से लगी सीमा पर सबसे बेहतरीन किस्म के सर्विलान्स उपकरण लगाने की योजना बना रहा है।ऑपरेशन चक्रव्यूह नाम का यह कोड ऑपरेशन, इसकी अभेद्य तीन-स्तरीय सुरक्षा परत सेना को मदद करेगी और पाकिस्तानी आतंकियों को बेअसर और गिरफ्तार भी करेगी। ऑपरेशन चक्रव्यूह का प्रेरणा स्रोत है महाभारत में उपयोग हुआ अभेद्य सैन्य संगठन। सुरक्षा की पहली परत नियंत्रण रेखा (एलओसी) के ठीक दायीं तरफ होगी। ऑपरेशन चक्रव्यूह 15 अगस्त को पीएम मोदी की सुरक्षा के लिए भी अहम माना जा रहा है।

ऑपरेशन चक्रव्यूह: पीएम मोदी को कोई हाथ तो लगाकर दिखाए, फिर देखना…

ऑपरेशन चक्रव्यूह नाकाम करेगा आतंकियों की नापाक साजिश

वर्तमान में, वहां प्रशिक्षण शिविरों में 400 से 600 और लांच पैड में 300 आतंकवादी हैं। यह संपर्क की पहली पंक्ति है, सेना ने उन्हें घुसपैठ के बारे में सचेत करने के लिए सही नियंत्रण रेखा पर सेंसर तैनात किया गया है। लेकिन यह हमेशा विशेष रूप से दक्षिण कश्मीर में घने जंगलों के कारण असफल होता है।

15 अगस्त को लेकर खुफिया एजेंसियों ने जारी किया था अलर्ट

इससे पहले खुफिया एजेंसियों ने आतंकी हमले को लेकर 15 अगस्त के दिन के लिए अलर्ट जारी किया था। खबर के अनुसार 15 अगस्त को लेकर आतंकी वारदात की फिराक में हैं। इस बार पाकिस्तान के आतंकी पानी के रास्ते से भारत में घुसने की तैयारी कर रहे हैं। खुफिया एजेंसियों के अलर्ट के बाद भारत सरकार सतर्क हो गई है और सुरक्षा बढ़ा दी थी। पाकिस्तान के नापाक प्लान पर पानी फेरने के लिए बीएसएफ के जवानों ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी थी।

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