मांगों को लेकर महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ का प्रदर्शन
बुलन्दशहर: जनपद में कार्यरत आंगनबाड़ी कार्यकत्री व साहिकाओं अपनी माॅंगों को लेकर महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की जिलाध्यक्ष सावित्री गौतम के नेत्तव में धरना प्रदर्शन कर एक माॅंग पत्र मान्नीय मुुख्यमन्त्री जी को प्रेषित एडीएम को दिया। जिसमंे प्रदेश आडिटर सहित अनेको कार्यकत्री मौजूद रही। कार्यक्रम की अध्यक्षता संगठन की जिलाध्यक्ष सावित्री गौतम ने की संचालन मनोज चैधरी व चतुर कौर ने सुंयुक्त रूप से किया। गुरूवार की सुवह से ही आगॅंनवाडी कार्यकत्री संगठन की जिलाध्यक्षा सावित्री गौतम के नेत्तृव में सैकडों की संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकत्री व साहिकायें काला आम स्थित राजेंबाबू पार्क में एकत्र हुई और अपनी माॅंगों को लेकर राजेबाबू पार्क में एक सभा की उसके बाद अपनी माॅंगों को लेकर एक ज्ञापन जिलाधिकारी को दिया।
इससे पूर्व सभा को सम्बोधित करते हुए संगठन की जिलाध्यक्ष सावित्री गौतम ने कहा कि 16 जून को अपर निदेशक प्रशासन कक्ष में ससेघ की मागों को लेकर जो समझौता हुआ था। उसके डेढ माह बीत जाने के बाद भी किसी भी समस्या का समाधान नही हो सका है। जिससे जनपद की सहायिकाओं में भारी आक्रोश व्याप्त है। उन्होने कहा कि समझौता वार्ता में निर्णय हुआ था कि राज्य सरकार द्धारा अक्टूवर 2016 से आंगनबाड़ी कार्यकत्री एवं सहायिकाओं को बडें हुए मानदेय का भुगतान माख्र्च से किया जा रहा है। परन्तु अक्टूवर से मार्च तक ऐरियर का भुगतान नही किया गया है। मनोज चैधरी ने कहा कि सबरी संकल्प अभियान के अन्र्तगत मानदेय वृद्धि एवं सेवा शर्तो के सुधार हेतु महिला एवं बाल विकास कार्यालय को 3 मई को ज्ञापन दिया था। सरकार के द्धारा कृषि उत्पादन आयुक्त मोहदय की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय कमैठी गठित की गयी थी।
परन्तु अभीतक आंगनबाड़ी महिलाओं के हित में कोइ्र ठोस निर्णय सामने नही आया है। राज्य कर्मचारी संघ की जिलाध्यक्ष शशिप्रभा ने कहा कि आंगनबाड़ी व साहियाकाओं को नियमित करतें हुए राज्य कर्मचारी घोषित किया जाऐ। जब तक सरकार इन्हे राज्य कर्मचारी घोषित नही करती है तब तक आंगनबाड़ी को प्रतिमाह पन्द्रह हजार व साहियाकाओं को सात हजार पाॅंच सौ का वेतन उनके बैक खातें में डाला जाये। संघ की उततर प्रदेश अडिटर आरती मिश्रा ने कहा कि आंगनबाड़ी व साहियाकाओं का बीमा सरकार सुनिश्चित करे। मिनी आंगनबाड़ी कार्यत्रियों को अतिरिक्त मानदेय दिया जाये। आंगनबाड़ी व सहायिकाओं की सुरक्षा की व्यवस्था की जाये। अगर आंगनबाड़ी कार्यकत्री की माॅगों को नही माना गया तों आंगनबाड़ी कार्यकत्री चार हजार में दम नही और सत्तरह हजार से कम नही के सलोगन को लेकर भविष्य में उग्र आन्दोलन करेगी। इस मौके पर मुन्नी देवी चतुर कौर अरूणा राजरानी अन्जू रजनी सीमा संजू सिंह मीना अंजू रानी कुसुम गौतम सीता शर्मा राजकुमारी विमलेश राजकला शर्वेश सुुधा शर्मा पूर्णिमा साधना लक्ष्मी देवी आदि रही।