ग्लोबल टाइम्स ने भारत को चीन के प्रति अपना रवैया बदलनाने को कहा
चीन ने महत्वकांक्षी चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) का विस्तार अफगानिस्तान तक करने की पेशकश की है. तीनों देशों ने आतंकवाद के खिलाफ अभियान में सहयोग का संकल्प जताया और कहा कि वे किसी भी देश, समूह या व्यक्ति को आतंकवादी कार्यों के लिये अपने क्षेत्र का उपयोग नहीं करने देंगे.
जून में तीनों पक्षों के त्रिपक्षीय वार्ता प्रणाली स्थापित करने पर सहमति जताने के बाद अपनी तरह की यह पहली बैठक है. बैठक में चीन के विदेश मंत्री वांग यी, अफगानिस्तान के सहयोगी सलाहुद्दील रब्बानी व पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने यहां मुलाकात की और आपसी हितों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की.
बैठक की अध्यक्षता करते हुए वांग ने कहा कि चीन और पाकिस्तान 50 अरब डालर के सीपीईसी का विस्तार अफगानिस्तान तक करना चाहेंगे. उन्होंने कहा कि चीन और पाकिस्तान, अफगानिस्तान के साथ सभी के लिये लाभकारी सिद्धांतों के आधार पर काम करने को इच्छुक हैं और चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे का विस्तार कर अफगानिस्तान तक करना चाहेंगे.
वांग ने कहा कि तीनों देश धीरे-धीरे आम सहमति के साथ इस पर पहुंच सकते हैं. इसके तहत पहले छोटी परियोजनाओं को लिया जा सकता है. हालांकि अपने संबोधन में आसिफ ने सीपीईसी का जिक्र करते हुए कहा कि यह चीन की महत्वकांक्षी ‘बेल्ट एंड रोड’ पहल की प्रमुख परियोजना है. हालांकि उन्होंने इसका विस्तार अफगानिस्तान तक किये जाने के बारे में कुछ भी नहीं कहा.