परमाणु कार्यक्रम पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को दी चेतावनी
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को ईरान को चेतावनी देते हुए कहा कि ‘वह अगर दोबारा अपना परमाणु कार्यक्रम शुरू करेगा तो उसे बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा.’ फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैंक्रो के साथ व्हाइट हाउस में मुलाकात के अवसर पर ट्रंप ने कहा कि ‘(परमाणु) कार्यक्रम को दोबारा शुरू करना उनके लिए इतना आसान नहीं होगा.’
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, “वे कुछ भी दोबारा शुरू नहीं करने जा रहे हैं. अगर वे ऐसा करते हैं तो उन्हें बड़ी समस्याएं होंगी, इतनी बड़ी जितनी पहले कभी नहीं रही होंगी.” जब उनसे पूछा गया कि क्या वह ईरान समझौते से जुड़े रहना चाहते हैं, जिसे संयुक्त व्यापक कार्रवाई योजना (जेसीपीओए) भी कहते हैं, तो ट्रंप ने कहा कि यह सौदा ‘पागलपन वाला’, ‘हास्यास्पद’ था और ‘इसे कभी नहीं होना चाहिए था.’
ईरानी परमाणु समझौता (जेसीपीओए) एक अंतर्राष्ट्रीय समझौता है जो 14 जुलाई 2015 को ईरान व चीन, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन, अमेरिका और जर्मनी के बीच हुआ था. इसमें पश्चिमी देशों ने ईरान को परमाणु हथियार कार्यक्रम रोकने के बदले प्रतिबंधों को हटाने की प्रतिबद्धता जताई थी. ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद सोमवार को पहली बार अमेरिका पहुंचे मैंक्रों का कहना है कि वह ट्रंप को इस समझौते के साथ बने रहने के लिए राजी करने का प्रयास करेंगे. मैंक्रों ने कहा कि ईरान सौदा एक महत्वपूर्ण मुद्दा है, साथ ही हमें समग्र क्षेत्र की सुरक्षा पर ध्यान देना होगा. हमें इस क्षेत्र में ईरान और उसकी उपस्थिति पर नियंत्रण करना है.”