लखनऊ : ग्रहों को अलग-अलग तरीके से प्रसन्न करने के मंत्र हैं, लेकिन नौ ग्रहों को एक साथ कैसे खुश किया जा सकता है, इसके भी उपाय हैं। प्रतिदिन पूजन के साथ नौ ग्रह की आरती पढ़ने का संकल्प लेनी से हर ग्रह की शुभ दृष्टि मिलेगी।
आरती श्री नवग्रहों की कीजै । बाध, कष्ट, रोग, हर लीजै ।।
सूर्य तेज़ व्यापे जीवन भर । जाकी कृपा कबहुत नहिं छीजै ।।
रुप चंद्र शीतलता लायें । शांति स्नेह सरस रसु भीजै ।।
मंगल हरे अमंगल सारा । सौम्य सुधा रस अमृत पीजै ।।
बुध सदा वैभव यश लाए । सुख सम्पति लक्ष्मी पसीजै ।।
विद्या बुद्धि ज्ञान गुरु से ले लो । प्रगति सदा मानव पै रीझै।।
शुक्र तर्क विज्ञान बढ़ावै । देश, धर्म सेवा यश लीजै ।।
न्यायधीश शनि अति ज्यारे । जप तप श्रद्धा शनि को दीजै ।।
राहु मन का भरम हरावे । साथ न कबहु कुकर्म न दीजै ।।
स्वास्थ्य उत्तम केतु राखै । पराधीनता मनहित खीजै ।