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न्यूजीलैंड में इतिहास रचने के करीब टीम इंडिया, संडे को होगा निर्णायक फैसला


नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेट टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ रविवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज के तीसरे और निर्णायक टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच को जीत कर विदेशी सरजमीं पर एक और नई इबारत लिखना चाहेगी। पिछले तीन महीने भारतीय टीम के लिए शानदार रहे हैं। इस दौरान भारत ने पहली बार ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज अपने नाम की। इसके बाद टीम ने ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड को उनके घर में हराकर द्विपक्षीय वनडे सीरीज में फतह हासिल की। भारतीय टीम विदेशी सरजमीं पर मौजूदा सत्र का समापन पहली बार न्यूजीलैंड में द्विपक्षीय टी-20 इंटरनेशनल सीरीज में जीत के साथ करना चाहेगी। सीरीज 1-1 की बराबरी पर है और ऐसे में रविवार का दिन प्रशंसकों के लिए ‘सुपर संडे ’ होगा। अब भारत के पास न्यूजीलैंड की धरती पर पहली बार कोई द्विपक्षीय टी-20 इंटरनेशनल सीरीज जीतने का मौका है।भारत और न्यूजीलैंड के बीच मौजूदा टी-20 सीरीज से पहले सिर्फ एक द्विपक्षीय टी-20 इंटरनेशनल सीरीज साल 2008-2009 में खेली गई थी। दो मैचों की इस टी-20 सीरीज में भारत को 0-2 से हार झेलनी पड़ी थी। अंतिम टी-20 मैच उस हैमिल्टन के मैदान पर खेला जाएगा जहां भारतीय टीम चौथे वनडे में महज 92 रन पर ऑलआउट हो गई थी। भारत पहले दो टी-20 में एक ही टीम के साथ उतरा और अंतिम मैच में भी वही कॉम्बिनेशन बरकरार रखना चहेगा। टीम प्रबंधन अगर कोई बदलाव करना चाहेगा तो युजवेंद्र चहल की जगह कुलदीप को मौका मिल सकता है। खेल के इस प्रारूप में टीम ने हालांकि ज्यादातर मौके पर चहल पर भरोसा जताया है। भारतीय गेंदबाजी इकाई पिछले मैच के अपने अच्छे प्रदर्शन को दोहराना चाहेगी जहां उसने टिम सेफर्ट को आउट करने के बाद लय हासिल की थी। क्रुणाल पंड्या एक बार फिर पिछले दो मैचों के प्रदर्शन को दोहराना चाहेंगे। इस टीम में क्रुणाल को हालांकि सबसे प्रतिभाशाली खिलाड़ियों में नहीं माना जाता लेकिन कड़ी मेहनत और अनुशासन के दम पर वह इस टीम कॉम्बिनेशन का अहम हिस्सा बन गए हैं।

तेज गेंदबाजी की कमान अनुभवी भुवनेश्वर कुमार और युवा खलील अहमद के हाथों में होगी। टीम के कार्यवाहक कप्तान रोहित शर्मा तीसरे टी-20 मैच में अपनी पारी को वहीं से शुरू करना चाहेंगे जहां 29 गेंद में 50 रन की उनकी पारी खत्म हुई थी। सलामी बल्लेबाजी में उनके जोड़ीदार शिखर धवन ने भी आकलैंड में फॉर्म में आने के संकेत दिए। मिडिल ऑर्डर की जिम्मेदारी अनुभवी महेंद्र सिंह धोनी के कंधो पर होगी और टीम ऋषभ पंत से एक और अच्छी पारी की उम्मीद करेगी। न्यूजीलैंड का ध्यान बीच के ओवरों में बेहतर बल्लेबाजी करने पर होगा। कप्तान केन विलियमसन वनडे में अपनी ख्याति के अनुसार प्रदर्शन नहीं कर सके थे और दिग्गज रोस टेलर भी भारत के खिलाफ निरंतर प्रदर्शन करने में असफल रहे हैं। गेंदबाजी की बात करें तो टिम साउदी पहले टी-20 में प्रभावशाली थे जबकि दूसरे में वह औसत गेंदबाज दिखे।

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