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धनतेरस 2021: जानिए धनतेरस का शुभ मुहूर्त, महत्व और पूजा विधि

नई दिल्ली: : धनतेरस का त्योहार (Dhanteras Festival) कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि से एक दिन पहले मनाया जाता है।शास्त्रों के अनुसार इस दिन किसी भी वस्तु को खरीदने से गुना लाभ की प्राप्ति होती है। धनतेरस पर विशेष रूप से सोना-चांदी और गाड़ी खरीदना काफी शुभ माना जाता है।इस दिन घर की साफ-सफाई को भी अधिक महत्व दिया जाता है।इसी कारण से इस दिन झाडू को विशेष रूप से खरीदा जाता है। इस दिन भगवान धनवंतरी की पूजा की जाती है। जो समुद्र मंथन के समय प्रकट हुए थे तो चलिए जानते हैं धनतेरस 2021 में कब है (Dhanteras 2021 Mein Kab Hai), धनतेरस का शुभ मुहूर्त (Dhanteras Ka Shubh Muhurat), धनतरेस का महत्व और धनतेरस की पूजा विधि (Dhanteras Importance And Dhanteras Puja Vidhi)

धनतेरस का महत्व

शास्त्रों के अनुसार धनतेरस के दिन घर में नई चीजों का लाना बेहद शुभ माना जाता है। माना जाता है कि इस दिन घर में कोई भी नई चीज लाने उसका शुभ फल कई गुना मिलता है। लेकिन किसी भी चीज को खरीदने से पहले शुभ मुहूर्त का भी ध्यान रखें । धनतेरस के दिन अगर आप कोई भी चीज शुभ मुहूर्त में खरीदना बहुत ही लाभदायक होता है। धनतेरस के दिन भगवान गणेश और मां लक्ष्मी की मुर्ति घर में लाना बेहद शुभ माना जाता है। इसी के साथ खरीदना झाडू को लाना सबसे शुभ माना जाता है। इस दिन घर में झाडू लानें को माता लक्ष्मी के आगमन का सूचक माना जाता है।

धनतेरस के दिन से ही भगवान गणेश, मां लक्ष्मी और कुबेर की पूजा की पूजा शुरू हो जाता है। मान्यताओं के अनुसार धनतेरस के दिन घर की अच्छी तरह से साफ -सफाई करने से बुरी नजर , नकारात्मक शक्ति और आलस्य का नाश होता है और घर में खुशी, धन और सुख- समृध्दि का वास होता है। धनतेरस के दिन सोना-चांदी, बर्तन खरीदना बेहद शुभ माना जाता है। लोग इस दिन भगवान गणेश और मां लक्ष्मी के चांदी के सिक्के खरीदते हैं और दीवाली के दिन इनका पूजन करते हैं। कुछ लोग तो धनतेरस के दिन से और दिवाली तक अपने बहीखातों की पूजा करते हैं।

धनतेरस पूजा विधि (Dhanteras Puja Vidhi)

  1. सबसे पहले शाम के समय स्नान करके साफ वस्त्र धारण करें इसके बाद मिट्टी का हाथी और धन्वंतरि भगवानजी का चित्र स्थापित करें।

2.इसके बाद चांदी या तांबे की चम्मच से जल का आचमन करें।

3.इसके बाद भगवान गणेश का ध्यान और पूजन करें और हाथ में अक्षत लेकर भगवान धनवंतरी का ध्यान करें।

  1. इसके बाद भगवान धनवंतरी को पंचामृत से स्नान करांए और रोली या चंदन से तिलक करें।
  2. पूजा स्थान पर अन्न की ढेरी जरूर बनाए।

6.भगवान धनवंतरी का ध्यान करते हुए भगवान धनवंतरी के मंत्रों का जाप करें।

7.इसके बाद भगवान धनंवतरी को पुष्प अर्पित करें।फिर तीन बार धनवंतरी के चित्र या प्रतिमा पर इत्र का छिड़काव करें।

8.भगवान धनवंतरी को इसके बाद वस्त्र और मोली अर्पित करें।

9.अंत में मां लक्ष्मी, कुबेर, गणेश, मिट्टी के हाथी और धन्वंतरि जी सबका एक साथ पूजन करें।

10.इसके बाद अपने घर के बाहर दोनों और एक -एक मिट्टी के तेल का दीपक जलांए।

धनतेरस 2021 तिथि (Dhanteras 2021 Tithi)

2 नवंबर 2021

धनतेरस 2021 शुभ मुहूर्त (Dhanteras 2021 Shubh Muhurat)

धनतेरस पूजा मुहूर्त – शाम 6 बजकर 16 मिनट से रात 8 बजकर 11 मिनट तक

प्रदोष काल – 05:35 पी एम से 08:11 पी एम

वृषभ काल – 06:16 पी एम से 08:12 पी एम

त्रयोदशी तिथि प्रारम्भ – नवम्बर 02, 2021 को 11:31 ए एम बजे

त्रयोदशी तिथि समाप्त – नवम्बर 03, 2021 को 09:02 ए एम बजे

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