यूक्रेन में फंसे हैं मध्य प्रदेश के 122 नागरिक, सभी की सुरक्षित वापसी के प्रयास जारी
भोपाल। रूस के लगातार हमलों (Russia’s frequent attacks) से यूक्रेन के हालात (situation in ukraine) लगातार खराब होते जा रहे हैं। ऐसे में यूक्रेन में रह रहे दूसरे लोगों का चिंतित होना स्वाभाविक ही है। भारत से भी हजारों लोग यूक्रेन में रह रहे हैं। इनमें मध्य प्रदेश के 122 नागरिकों (122 citizens of Madhya Pradesh) के होने की सूचनाएं सीएम हेल्पलाइन (CM Helpline) पर राज्य सरकार को मिली है। भारतीय दूतावास इन सभी की सुरक्षित निकासी के लिए प्रयास कर रहा है। इसके लिए जो सलाह जारी की गई है, उसके बारे में संबंधितों को बताया गया है और कहा गया कि दूतावासों के मार्गदर्शन में ही सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कार्यवाही करें।
मध्य प्रदेश के गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव डा. राजेश राजौरा ने शुक्रवार देर शाम इसकी जानकारी देते हुए बताया कि सीएम हेल्पलाइन पर लगातार मध्य प्रदेश के व्यक्तियों के यूक्रेन में होने की सूचनाएं मिल रही हैं। उन्होंने बताया कि अभी तक प्रदेश के सभी नागरिक यूक्रेन में सभी सुरक्षित हैं और उनकी वापसी के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। भारतीय दूतावास द्वारा हंगरी तथा रोमानिया से निकासी के लिए सीमा पोस्ट ऊझोरोड और चेरनेविस्टी तथा कीव पोलेंड से निकासी के लिए सीमा पोस्ट क्रकोविच द्वारा सलाह के बारे में बताया गया है। भारी गोलाबारी को ध्यान में रखते हुए सभी से कहा गया है कि दोनों दूतावास द्वारा निर्धारित प्रक्रियाओं का पालन करते हुए सुरक्षा को ध्यान में रखें।
मध्यप्रदेश के करीब 122 स्टूडेंट्स फंसे हुए हैं। परिजन अपने बच्चों के सुरक्षित लौट आने के इंतजार में टीवी पर नजरें गढ़ाए है। इंदौर के प्रणय राव भी यूक्रेन में फंसे हैं। इंदौर के तिरुपति नगर में रहने वाले प्रणय के पिता प्रो अखिलेश राव ने बताया कि उनका 23 साल का बेटा प्रणय राव यूक्रेन (टर्नोपिल) यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस कर रहा है। रूस-यूक्रेन युद्ध ने हमारी चिंता कई गुना बढ़ा दी है। बेटे को कुछ दिनों पहले ही बोला था कि वापस आ जाओ। कल ही यूनिवर्सिटी ने बोला की क्लास ऑफलाइन नहीं ऑनलाइन लगेगी। यूनिवर्सिटी पहले ही क्लियर कर देती तो बेटा हमारे पास आ जाता।
यूक्रेन के उडेसा शहर में फंसे मध्यप्रदेश के सागर जिले के रहने वाले अक्षय पटेल ने बताया कि हमें बस से रोमानिया पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं। यहां से भारत की फ्लाइट का टिकट बुक हो गया है। अक्षय का कहना है कि जल्द ही भारतीय स्टूडेंट्स को लेकर एक बस उडेसा से रोमानिया के लिए रवाना होगी। इंडियन एंबेसी की ओर से एडवाइजरी मिली है। इसमें ग्रुप में कॉन्ट्रेक्टर के मार्फत अथवा कॉलेज प्रबंधन की ओर से ग्रुप बनाकर रोमानिया पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं। करीब 50 छात्रों को टिकट बुक होने की सूचना भी मिल चुकी है।
यूक्रेन में पढ़ाई करने गए महाकौशल-विंध्य के पांच छात्र वहां फंस गए हैं। इनमें से दो छात्र शहडोल के हैं तो एक-एक छात्र सीधी, कटनी और डिंडौरी के हैं। वे यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई करने गए हैं। इसी तरह डिंडौरी जिले के छात्र सवुज विश्वास को रूस की भारी गोलाबारी के बीच बंकर में छिपाया गया है। वहीं, सीधी जिले का जमोड़ी निवासी छात्र आदर्श गौतम युद्ध के कारण घर में ही कैद है।
शहडोल जिले के बुढार क्षेत्र निवासी दो चचेरे भाई ऋषिकेश त्रिपाठी व इशांक त्रिपाठी ने वीडियो जारी कर वापस लौटने की इच्छा जताई है। बच्चों के बड़े पिता डा. मदन त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलकर बच्चों को सुरक्षित वापसी की गुहार लगाई है। शिवराज ने भी मदद करने की बात कही है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने कटनी की छात्रा सुनिधि सिंह के अलावा प्रदेश की दो छात्राओं के लिए विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन से फोन पर चर्चा की है। मुरलीधरन ने आश्वस्त किया है कि सभी की सुरक्षित वापसी होगी।