पीएम मोदी के इन सवालों का जवाब दें और देंखे चीतों को सबसे पहले
नई दिल्ली: पीएम ने कहा, चीतों के लिए एक टास्क फोर्स बनी है। यह देखेगी कि चीते यहां के माहौल में कितना घुल-मिल पा रहे हैं। इसके बाद ही आम लोगों को चीतों को देखने का अवसर मिलेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कई लोगों ने सवाल किए हैं कि उन्हें चीतों को देखने का अवसर कब मिलेगा? उन्होंने कहा, चीतों के लिए एक टास्क फोर्स बनी है। यह देखेगी कि चीते यहां के माहौल में कितना घुल-मिल पा रहे हैं। इसके बाद ही आम लोगों को चीतों को देखने का अवसर मिलेगा।
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, मैं आप सबको कुछ काम सौंप रहा हूं, इसके लिए MYGOV के एक प्लेटफार्म पर, एक प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा, जिसमें लोगों से मैं कुछ चीजें साझा करने का आग्रह करता हूं। पीएम ने लोगों से पूछा कि चीतों को लेकर जो हम अभियान चला रहे हैं, आखिर, उस अभियान का नाम क्या होना चाहिए? उन्होंने कहा, ये नामकरण अगर पारंपरिक हो तो काफी अच्छा रहेगा। क्योंकि, अपने समाज और संस्कृति, परंपरा और विरासत से जुड़ी हुई कोई भी चीज हमें सहज ही अपनी ओर आकर्षित करती है।
क्या रखा जाए चीतों का नाम?
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने चीतों के नामकरण के बारे में भी सवाल किया। मन की बात कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, क्या हम इन सभी चीतों के नामकरण के बारे में भी सोच सकते हैं कि इनमें से हर एक को किस नाम से बुलाया जाए? उन्होंने कहा, मेरी आप सभी से अपील है कि आप इस प्रतियोगिता में जरुर भाग लीजिए, क्या पता इनाम स्वरुप चीते देखने का पहला अवसर आपको ही मिल जाए।
चीतों के बारे में लोग पूछ रहे कई सवाल
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, मुझे कई लोगों के पत्र मिले हैं। यह पत्र देशभर से हैं। इसमें लोगों ने भारत में चीतों के आगमन को लेकर खुशी जाहिर की है। यह भारत का प्रकृति प्रेम दिखाता है।