भारतीय प्रवासियों से विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा- PM ने लोगों के जीवन को आसान बनाया
जकार्ता : विदेश मंत्री एस जयशंकर इन दिनों इंडोनेशिया (Indonesia) के दौरे पर हैं। इस दौरान जकार्ता (jakarta) में उन्होंने कहा कि पिछले नौ वर्षों में भारत सरकार (Indian Gvot) ने लोगों के जीवन को कठिन बनाने वाले नियमों को विनियमों को बदल दिया है। जयशंकर ने भारतीय प्रवासियों से भी बात की। उन्होंने कहा कि भारत की विकास कहानी में आप सभी भी भाग लें। उन्होंने प्रवासी भारतीयों से भारत में हो रहे बदलावों के बारे में बात की।
विदेश मंत्री जयशंकर ने बुधवार को कहा कि पिछले नौ सालों में भारत में कई अच्छे बदलाव हुए। इसी वजह से आज भारत व्यापार में आसानी मामले में 63 पायदान ऊपर आ गया है। भारत में नरेंद्र मोदी सरकार ने लोगों के जीवन को आसान बनाया है। भारत सरकार ने पिछले नौ सालों में जीवन को कठिन बनाने वाले नियमों को बदल दिया है। सरकार लोगों के जीवन को अरामदायक बना रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 80 करोड़ लोगों को मुफ्त खाना दिया है। 45 करोड़ लोगों कों बैंक में पैसा मिल रहा है। 15 करोड़ लोगों को घर मिला है। 45 करोड़ लोगों को नये जल कनेक्शन दिए गए हैं। 10 करोड़ लोगों को गैसोलीन दिया गया है। करोड़ों की संख्या में लोगों को बिजली कनेक्शन दिए गए हैं। इसके साथ ही सरकार ने पासपोर्ट सेवाओं में भी सुधार किया है। भारत ने कोविड वैक्सीन का उत्पादन किया। भारत में तेजी से डिजिटलीकरण हो रहा है। भारत में जीवन जीने के ढंग में काफी सुधार आया है।
विदेश मंत्री ने भारत और इंडोनेशिया के बीच समानताएं भी बताईं। उन्होंने कहा कि दोनों देशों ने लगभग एक ही समय में आजादी के लिए संघर्ष किया। दोनों देश कई परंपराएं, पुरातात्विक स्थल और कई सांस्कृतिक प्रथाओं को भी साझा करता है। आसियान देशों के इंडोनेशिया सबसे बड़ा देश है। इंडोनेशिया सांस्कृतिक प्रभाव वाली सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। आज हम दोनों देशों का व्यापार 40 अरब अमेरिकी डॉलर के करीब पहुंच गया है।
भारतीय मूल के लोगों को उन्होंने कहा कि महिलाएं और देशवासी जब दुनिया में जाते हैं तो वह अपना जीवन स्वयं बनाते हैं। इसके साथ ही भारत की छवि भी गढ़ते हैं। आप ही इस रिश्ते के आधिकारिक संरक्षक हैं। दोनों देशों के मजबूत रिश्तों के असली मालिक आप ही हैं। भारत में आज एक ऐसा प्रधानमंत्री है, जो सिर्फ एक साल, सिर्फ एक कार्यकाल या एक सिर्फ दशक के बारे में नहीं सोचता बल्कि वह अगले 25 वर्षों के बारे में सोचता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उसे अमृत काल कहते हैं।