‘गुलामी वाली मानसिकता छोड़कर ही 2047 में विकसित बनेगा भारत’, ओडिशा में बोलीं निर्मला सीतारमण
नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार (17 अगस्त) को कहा कि गुलामी वाली मानसिकता को दिमाग से निकालकर ही 2047 तक विकसित भारत का सपना साकार हो सकेगा. उन्होंने कहा, ‘हमें खुद को ब्रिटिशों द्वारा स्थापित की गई गुलामी वाली मानसिकता से आजाद करना होगा. तभी भारत 2047 में विकसित भारत बन सकेगा.’
सीतारमण के साथ कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने शपथ को पढ़ा जिसमें कहा गया, ‘हम भारत को वर्ष 2047 तक विकसित और आत्मनिर्भर बनाने की शपथ लेते हैं, हम औपनिवेशिक मानसिकता की हर निशानी को हटाने की शपथ लेते हैं, हम शपथ लेते हैं कि अपनी विरासत का जश्न मनाएंगे, हम एकता को मजबूत करने एवं देश की रक्षा करने वालों का सम्मान करने की शपथ लेते हैं और हम शपथ लेते हैं कि एक नागरिक की सभी जिम्मेदारी निभाएंगे.’
इस दौरान सीतारमण के साथ केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी कार्यक्रम में मौजूद रहे. धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, ‘शहीदों के सम्मान में मोदी ने ‘मेरी माटी, मेरा देश’ अभियान की शुरुआत की है. मैं, आप सबका और भी अच्छे भारत के लिए शपथ लेने का धन्यवाद करता हूं.’ केंद्रीय वित्त मंत्री ने प्रधान की मौजूदगी में पुरी जिले में मशहूर स्वतंत्रता सेनानी जयी राजगुरु के जन्मस्थान बिरहारकृष्णापुर में मेरी माटी, मेरे देश अभियान के तहत अमृत कलश (पवित्र घड़े) में माटी एकत्रित की. सीतारमण ने पुरी जिले में अभियान के अंतर्गत शहीदों और स्वतंत्रता सेनानी के परिजनों को सम्मानित किया.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ओडिशा के दो दिवसीय दौरे पर बुधवार रात भुवनेश्वर पहुंचीं. गुरुवार को उन्होंने 12वीं सदी के जगन्नाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की. इस दौरान उनके साथ केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा, स्थानीय विधायक जयंत सारंगी और ललितेंदु विद्याधर महापात्र मौजूद थे. निर्मला सीतारमण ने मंदिर में आधे घंटे से अधिक समय तक पूजा की.
उन्होंने मशहूर रेत कलाकार सुदर्शन पटनायक के ‘मेरी माटी, मेरा देश’ पर आधारित रेत कला सत्र भी देखा. निर्मला सीतारमण और धर्मेंद्र प्रधान ने पुरी के पौधारोपण अभियान में हिस्सा लिया और स्वतंत्रता सेनानी शहीद जयी राजगुरु के जन्मस्थान भी गए. भुवनेश्वर वापस लौटने के बाद दोनों मंत्री एक पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे और इसके बाद राष्ट्रीय सीए सम्मेलन के 20वें संस्करण के उद्घाटन समारोह में शिरकत करेंगे.