हमास के सफाए के बाद गाजा में क्या करेगा इजरायल? आतंक के खात्मे के लिए बनाया बड़ा सीक्रेट प्लान
गाजा: इजरायल ने हमास के खिलाफ अपनी जंग में तीन चरण तय किए हैं. जिसके अंत में वह गाजा पट्टी में एक नई सुरक्षा व्यवस्था कायम करने की योजना बना रहा है. इजरायल 2005 में गाजा से हट गया और इसके तुरंत बाद उसने इस इलाके पर जमीनी, समुद्री और हवाई नाकाबंदी लागू कर दी. जो 2007 में और तेज हो गई, जब हमास ने गाजा की सत्ता संभाली. पिछले हफ्ते हमास के इजरायल पर अचानक हमला करने की घटना में कम से कम 1,400 लोग मारे गए. इसके बाद इजरायल ने गाजा की पूरी घेराबंदी करके जवाबी कार्रवाई की और जमीनी हमले के लिए अपने सैनिकों को जुटाना शुरू कर दिया है.
पूरी तरह से घिरे इलाके में स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक गाजा की लगातार हवाई बमबारी में अब तक 4,100 से अधिक लोग मारे गए हैं. इजरायल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने जंग के तीन चरणों की रूपरेखा तैयार की है. जिसमें इजरायल हमास की सरकारी और सैन्य क्षमताओं को नष्ट करके उसको हरा देगा. उन्होंने कहा कि फिलिस्तीनी इलाकों में लगातार हमलों के शुरुआती और मौजूदा चरण के बाद आतंकवादियों को निष्क्रिय करना और हमास के बुनियादी ढांचे को नष्ट करना होगा. गैलेंट ने संसद की विदेशी मामलों और रक्षा समिति को बताया कि अगले चरण में एक दिन, एक हफ्ता या एक महीना नहीं लगेगा.
गैलेंट ने कहा कि अंतिम उद्देश्य क्षेत्र में एक नई सुरक्षा व्यवस्था बनाकर गाजा पर इजरायल की किसी भी जिम्मेदारी को खत्म करना है. गैलेंट ने कहा कि सैन्य अभियान इजरायल के नागरिकों के लिए एक नई सुरक्षा वास्तविकता कायम करेगा. इजरायल की सेना ने पिछले हफ्ते उत्तरी गाजा के दस लाख से अधिक निवासियों को दक्षिण की ओर चले जाने का आदेश दिया. जिसके बाद फिलिस्तीनियों ने तर्क दिया कि सेना गाजा के निवासियों के स्थायी सामूहिक विस्थापन की मांग कर रही थी.
मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी ने कहा है कि वह गाजा से शरणार्थियों की किसी भी आमद की अनुमति नहीं देंगे. उन्होंने इस मामले में मिस्र की भविष्य में किसी संभावित भूमिका के बारे में भी बात नहीं की. फिलिस्तीनियों को गाजा के दक्षिणी राफा क्रॉसिंग पर मिस्र के लगाए गए कड़े सीमा प्रतिबंधों का भी सामना करना पड़ा है.