बिहार : भगदड़ में 3 लोगों की मौत के बाद प्रशासन हुआ सचेत
गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज में शारदीय नवरात्रि के महानवमी की शाम लोगों की खुशी मातम में बदल गई जब एक पूजा पंडाल में भगदड़ मचने के दौरान एक बच्चा सहित तीन लोगों की मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो भीड़ बढ़ी और एक बच्चा गिर गया, जिसके कारण दो महिलाएं भी झुकी। इस दौरान भीड़ को कुछ पता नहीं चला और तीन लोगों की जान चली गई।
पुलिस और जिला प्रशासन ने दुर्गा पूजा और विजयादशमी को सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए जाने के वादे किए थे। लेकिन इस घटना ने उनकी सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी। अब कहा जा रहा है कि या तो सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध नहीं किए गए थे या फिर जितनी भीड़ पहुंची उसका अंदाजा लगाने में जिला प्रशासन विफल रहा। बिहार के गोपालगंज जिले के नगर थाना क्षेत्र के स्टेशन रोड स्थित राजा दल पूजा समिति के पास सोमवार की शाम दुर्गा पूजा मेला के दौरान भगदड़ में तीन लोगों की मौत हो गयी, जबकि 12 से अधिक लोग जख्मी हो गए। मृतकों की पहचान हो चुकी है, जबकि घायलों में सात लोगों को बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल से मेडिकल कॉलेज, गोरखपुर रेफर किया गया है।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मृतकों में कुचायकोट थाना क्षेत्र के सासामुसा निवासी रविन्द्र साह की पत्नी उर्मिला देवी (55), नगर थाना क्षेत्र के बसडीला गांव निवासी भोज शर्मा की पत्नी शांति देवी (60) और मांझा थाना क्षेत्र के सनाह मठिया गांव निवासी दिलीप राम का पुत्र आयुष कुमार (12) शामिल है। वहीं, हादसे के बाद पहुंचे डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी और एसपी स्वर्ण प्रभात ने जांच की। डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी ने मंगलवार को कहा कि मेला को बंद करा दिया गया है। विजयदशमी के दिन सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक पूजा समितियों के अनुरोध पर मेला की अनुमति दी गयी है।
उन्होंने बताया कि फिलहाल स्थिति सामान्य है। मृतकों के शवों का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। चौधरी ने कहा कि इस पूरे मामले की जांच कराई जाएगी और जो भी दोषी पाया जाएगा, उस पर कारवाई की जाएगी। इससे पहले बिहार की राजधानी पटना में 3 अक्टूबर 2014 को दशहरे के दिन गांधी मैदान पर रावण दहन के दौरान भगदड़ मच गई थी। इसमें 42 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे।