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बुधनी सीट पर कांग्रेस की नजर, उपचुनाव की तैयारी में जुटी कांग्रेस, जयवर्धन ने बनाई रणनीति

भोपाल : कांग्रेस ने केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान के गढ़ बुधनी विधानसभा में उपचुनाव की तैयारी शुरू कर दी है. दरअसल, शिवराज चौहान के बुधनी विधानसभा से इस्तीफे के बाद बुधनी विधानसभा सीट रिक्त हो गई है. यहां जल्द ही उपचुनाव कराये जा सकते हैं. ऐसे में कांग्रेस सक्रिय हो गई है और चुनावों की तैयारी में जुट गई है. बुधनी विधानसभा प्रभारी जयवर्धन सिंह ने कार्यकर्ताओं के साथ उपचुनाव को लेकर रणनीति बनाई.

बुधनी विधानसभा को लेकर प्रभारी बनाए गए कांग्रेस नेता जयवर्धन सिंह और इछावर के पूर्व विधायक शैलेंद्र पटेल रविवार को बुधनी विधानसभा क्षेत्र के सलकनपुर पहुंचे. कांग्रेस नेताओं ने मंदिर में पूजा-अर्चना की. इसके बाद उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक ली. इस दौरान बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे.

दिग्विजय सिंह के बेटे और पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह और इछावर के पूर्व विधायक शैलेंद्र पटेल को बुधनी का प्रभारी बनाया गया है. उन्होंने बुधनी विधानसभा के अंतर्गत आने वाले रेहटी और भेरूंदा में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की बैठक ली और चुनावी रणनीति तैयार की.

जयवर्धन सिंह ने कहा कि लाडली बहना योजना के बाद हम सबको काम करने का तरीका बदलना होगा. हम मतदाता पुरुषों को नाम से पहचानते हैं, लेकिन महिलाओं को नहीं जानते. मैंने खुद ने अपने विधानसभा क्षेत्र में तय किया है कि आने वाले 5 सालों में हर मतदान केंद्र पर महिलाओं का संगठन खड़ा करना होग. इसी बैठक में दो-दो महिलाएं पहुंची, यही स्थिति पूरे प्रदेश में है. लेकिन हमें तय करना है कि हर बैठक में महिलाओं की सहभागिता ज्यादा से ज्यादा हो.

जयवर्धन सिंह ने कहा कि जो भी सरकारी प्रक्रिया है उसमें खेल और घोटाले करेंगे, यह उनकी साजिश होती है. 17 साल से देख रहे हैं हर पद पर इनके लोग बैठते हैं. बुधनी में उनके चाहते बड़े सेठ लोगों को हर चीज ठेके दे दिए जाते हैं. वही पैसे बांटते हैं यही लोग सब कुछ चला रहे हैं. धन बल के आधार पर जनमत को लूटने का कार्य करते हैं.

जयवर्धन सिंह ने कहा कि हमने तय किया है कि जहां जहां हमें कम वोट मिल रहे हैं, वहां जाकर लोगों से स्वयं चर्चा करेंगे. आने वाले समय में हमारी स्थिति बेहतर हो, इसके लिए हमें जमीन स्तर पर काम करना होगा. उत्तर प्रदेश का मतदाता जागरूक है, वह राजनीति को समझता है, लेकिन मध्य प्रदेश का मतदाता राजनैतिक नहीं है. प्रधानमंत्री मोदी और शिवराज सिंह चौहान की बातों को समझ नहीं पाता है.

जयवर्धन सिंह ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि हमें मंडल सेक्टर तक नहीं, एक-एक मतदान केंद्र तक पहुंचना है. 2023 के चुनाव में हमें बेहतर परिणाम और सरकार बनने की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. लोकसभा चुनाव में यूपी, राजस्थान सब जगह कांग्रेस ने बेहतर प्रदर्शन किया, लेकिन मध्य प्रदेश में अच्छे परिणाम नहीं मिले.

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