हरिद्वार। जिलाधिकारी हरिद्वार विनय शंकर पाण्डेय की अध्यक्षता में कैम्प कार्यालय में जिला खनिज फाउण्डेशन न्यास की प्रबन्ध समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक में रवि नेगी, खनन अधिकारी ने जिलाधिकारी को बताया कि जिला खनिज फाउण्डेशन न्यास निधि के अन्तर्गत जनपद के खनन प्रभावित ग्रामों एवं खनन से प्रभावित लोगों के लिये सुविधायें उपलब्ध कराने के लिये विभिन्न योजनाओं की स्वीकृति हेतु माह सितम्बर,2021 तक खनिज फाउण्डेशन न्यास निधि में छह करोड़ इक्यावन लाख की धनराशि जमा है।
जिलाधिकारी ने बैठक में अधिकारियों से तहसील हरिद्वार एवं लक्सर के खनन प्रभावित गांवों के सम्बन्ध में जानकारी ली। इस पर ग्रामीण निर्माण विभाग के अधिकारियों ने बताया कि खनन प्रभावित गांवों के 28 विद्यालयों को शौचालयों के मरम्मत हेतु चयनित किया गया है। अधिकारियों ने शौचालयों की मरम्मत के लिये जो प्रस्ताव तैयार किया था, उसके सम्बन्ध में जिलाधिकारी को विस्तृत जानकारी दी। इस पर जिलाधिकारी ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को शौचालयों की मरम्मत के सम्बन्ध में सुस्पष्ट एवं औचित्यपूर्ण आख्या यथाशीघ्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिये ताकि इस निधि से खनन प्रभावित क्षेत्रों के निवासियों को अधिक से अधिक लाभ समयबद्धता के साथ मिल सके।
बैठक में तहसील हरिद्वार के भोगपुर, विशनपुर, टाण्डा एवं अन्य खनन प्रभावित क्षेत्रों में कतिपय सम्पर्क मार्गों एवं सोलर लाइट आदि के सम्बन्ध में चर्चा हुई, जिस पर जिलाधिकारी ने स्वीकृति प्रदान करते हुये इसका प्रस्ताव शीघ्र से शीघ्र उपलब्ध कराने के निर्देश अधिकारियों को दिये। बैठक में भोगपुर एवं रामपुर रायघटी के ग्राम प्रधानों ने जिलाधिकारी को गंगा नदी से हो रहे कटाव के सम्बन्ध में जानकारी दी। इसके अलावा बैठक में आंगनबाड़ी केन्द्रों के प्रस्ताव पर भी विचार-विमर्श हुआ। अधिकारियों ने बैठक में शिव मन्दिर, रामपुर रायगढ़ी से आगे की ओर ग्रामीण मार्ग बनाने के सम्बन्ध में भी जिलाधिकारी को विस्तृत जानकारी दी। इस पर जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि इसका स्थलीय निरीक्षण करके प्रस्ताव प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी डाॅ. सौरभ गहरवार, अपर जिलाधिकारी वीर सिंह बुदियाल, परियोजना निदेशक आरसी तिवारी, एसीएमओ डाॅ. एचडी शाक्य, मुख्य शिक्षा अधिकारी वीसी चतुर्वेदी, पंचायती राज अधिकारी रमेश चन्द्र त्रिपाठी, अधिशासी अभियन्ता सिंचाई विभाग मंजू, अधिशासी अभियन्ता लघु सिंचाई, विद्युत, सहायक अभियन्ता लोक निर्माण सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।