पाकिस्तान से नाराज चीन, नए पीएम शहबाज के अनुरोध पर भी नहीं भेजा राजकीय यात्रा का न्योता
इंटरनेशनल डेस्क. चीन इन दिनों पाकिस्तान से नाराज चल रहा है। यही वजह है कि शपथ लेने के करीब दो महीने बाद भी पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ चीन की आधिकारिक राजकीय यात्रा का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के बार-बार अनुरोध के बावजूद चीन ने कोई जवाब नहीं दिया है। अब बताया जा रहा है कि मई में पीएम शहबाज शरीफ चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारे पर संयुक्त सहयोग समिति (जेसीसी) की 13वीं बैठक में भाग लेने चीन की यात्रा पर जा सकते हैं लेकिन यह राजकीय यात्रा नहीं होगी।
पाकिस्तान में नए पीएम के शपथ लेने के तुरंत बाद दो देशों की राजकीत यात्रा की परंपरा है। एक चीन और दूसरा सऊदी अरब। इस बार चीन और सऊदी अरब दोनों ने शहबाज को राजकीय यात्रा का निमंत्रण नहीं दिया है। शहबाज 28-29 अप्रैल को सउदी अरब गए लेकिन राजकीय दौरा नहीं था। पाक के बर्ताव से चीन खफा है। चीन-पाकिस्तान इकोनोमिक कॉरिडोर (सीपैक) प्रोजेक्ट पर काम कर रहे चीनी इंजीनियरों और नागरिकों पर हो रहे हमलों को पाकिस्तान रोकने में नाकाम रहा है। 26 मार्च को खैबर पख्तूनख्वा में 5 चीनी नागरिकों की हत्या के बाद चीन ने पाकिस्तान से स्पष्ट कहा था कि मामले की गहन जांच होनी चाहिए। चीन ने के इंजीनियरों को प्रोजेक्ट साइट तक पहुंचने के लिए बम रोधी वाहन उपलब्ध नहीं कराया गया।
चीन पाकिस्तान के अमेरिका की ओर बढ़ते लगाव से भी चिंतित है। पिछले साल 12 सितंबर 2023 को पाकिस्तान में अमेरिकी राजदूत डोनाल्ड ब्लोम ने चीन की फंडिंग से बलूचिस्तान में बने ग्वादर पोर्ट का दौरा किया था। पहली बार इतने बड़े अधिकारी ने ग्वादर का दौरा किया था। जिस अमेरिका ने 15 साल तक जिस प्रोजेक्ट से दूरी बनाई रखी, उसी ग्लादर पोर्ट प्रोजेक्ट को लेकर अमेरिका की रुचि ने चीन को परेशान कर दिया है।