बिहारराज्य

कांग्रेस की साजिश में एसपी और थानेदार शामिल : भाजपा

भोपाल: मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के राजनगर विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस कार्यकर्ता की मौत को लेकर सियासी बवाल बढ़ता ही जा रहा है, जहां कांग्रेस ने हत्या का आरोप लगाते हुए पुलिस में मामला दर्ज कराया है, वहीं भाजपा ने छतरपुर पुलिस अधीक्षक और राजनगर के थानेदार के कांग्रेस के षड्यंत्र में शामिल होने का आरेाप लगाते हुए निलंबित करने की मांग की है। भाजपा के प्रतिनिधि मंडल के निर्वाचन आयोग और पुलिस महानिदेशक को सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि खजुराहो थाना प्रभारी संदीप खरे और छतरपुर पुलिस अधीक्षक अमित सांघी ने कांग्रेसी मानसिकता के होने के कारण कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी विक्रम सिंह नातीराजा के प्रभाव में आकर उनको राजनीतिक लाभ पहुंचाने की दृष्टि से भाजपा प्रत्याशी को नुकसान पहुंचाने के लिए षड्यंत्र में शामिल होकर झूठा प्रकरण दर्ज किया है।

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने ज्ञापन सौंपने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए राजनगर में भाजपा के 20 कार्यकर्ताओं सहित 35 लोगों पर बिना जांच के हत्या का मामला दर्ज करने और आचार संहिता के दौरान बिना अनुमति के कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह द्वारा धरना प्रदर्शन करने पर सवाल उठाते हुए जांच की मांग की। शर्मा ने कहा कि घटना स्थल पर विक्रम सिंह नातीराजा और उनके ड्राइवर सलमान खान द्वारा मारपीट कर जान से मारने की धमकी दी गई। घटना के समय सलमान द्वारा बंदूक से फायर किया गया था। सलमान एवं उसके साथी गाड़ी के ऊपर चढकर मारपीट कर रहे थे, गाड़ियों के कांच फोड़े गये एवं बंदूक, लाठी-डंडों के साथ धारदार हथियारों से हमला किया गया। इसके बाद विक्रम सिंह नातीराजा द्वारा अपने साथियों के साथ मिलकर सलमान के ऊपर गाड़ी चढ़ा दी, ताकि घटना को राजनीतिक रंग दिया जा सके, जिसके लिए वे स्वयं जिम्मेदार हैं।

पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शर्मा ने कहा कि कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को पता चल गया है कि वो चुनाव हार रहे हैं। उसकी खीझ के लिए दोनों मिलकर इस तरह के राजनीतिक हथकंडे अपना रहे है। आचार संहिता के दौरान जो बिना अनुमति के धरना दे रहे हैं, उन पर और जिन्होंने अनुमति दी है, उन पर भी कार्रवाई की जाए। प्रदेश अध्यक्ष शर्मा ने कहा कि पुलिस अधिकारियों ने कांग्रेस नेताओं के दबाव में भाजपा के 20 कार्यकर्ताओं सहित 35 पर बिना जांच के हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। यह देश का ऐसा पहला मामला है, जहां दुर्घटना पर बिना जांच के 35 लोगों पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस अधिकारियों ने भेदभाव पूर्ण का रवैया अपनाकर झूठा मुकदमा दर्ज किया है। इस मामले की जांच होनी चाहिए।

पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शर्मा ने कहा कि कांग्रेस प्रत्याशी व उनके समर्थकों ने भाजपा कार्यकर्ताओं की कार पर चढ़कर तोड़फोड़ कर मारपीट की। हमले में भाजपा कार्यकर्ता घायल भी हुए हैं, लेकिन खजुराहो थाना प्रभारी संदीप खरे ने भाजयुमो के जिला अध्यक्ष नीरज चतुर्वेदी की शिकायत पर न तो घायल कार्यकर्ताओं का मेडिकल कराया और न ही कोई प्रकरण दर्ज किया। भाजपा कार्यकर्ताओं की टूटी-फूटी गाड़ियों का कोई तकनीकी परीक्षण भी नहीं करवाया गया।

भाजपा की मांग है कि निष्पक्ष जांच होने तक खजुराहो थाना प्रभारी संदीप खरे और छतरपुर एसपी अमित सांघी को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाए। साथ ही घटना की निष्पक्ष जांच कर कांग्रेस प्रत्याशी के विरूद्ध भाजपा कार्यकर्ताओं पर किए गए हमले व वाहन दुर्घटना को लेकर आईपीसी की धारा 304ए के तहत अपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाए।

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