देहरादून: उत्तराखंड में स्थित भगवान शिव के ग्यारहवें ज्योतिर्लिंग बाबा केदारनाथ मन्दिर (धाम) के कपाट गुरुवार को भैया दूज के पावन अवसर पर प्रात: आठ बजकर 30 मिनट पर शीतकाल के लिए बंद हो गए। चार बजे से कपाट बंद करने की समाधि पूजन प्रक्रिया शुरू हो गई। पुजारी टी गंगाधर लिंग ने भगवान केदारनाथ के स्वयंभू ज्योर्तिलिंग को श्रृंगार रूप से समाधि रूप दिया। ज्योर्तिलिंग को बाघंबर, भृंगराज फूल,भस्म, स्थानीय शुष्क फूलों- पत्तों आदि से ढ़क दिया गया।
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