पौड़ी : धुमाकोट तहसील के औचक निरीक्षण के दौरान काम में लापरवाही दिखाने पर जिलाधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदंडे ने अधिकारियों को फटकार लगाई। उन्होंन दो माह से अनुपस्थित रहने पर राजस्व लेखाकार से स्पष्टीकरण के साथ ही वेतन रोकने के निर्देश दिए है। जबकि, अभिलेखों में कार्य पूर्ण न होने पर उन्होंने पेशकार का भी स्पष्टीकरण तलब किया।
बीते रविवार को जिलाधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदंडे धुमाकोट क्षेत्र में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के बाद धुमाकोट तहसील का औचक निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कार्य पटलों में सही तरीके से कार्य न पाए जाने पर कड़ी नाराजगी जाहिर की। जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी को संबंधित कार्मिकों के अवशेष कार्यों का निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। कहा कि प्रत्येक कार्मिक को आवंटित कार्यों की सूची डिस्प्ले करें, साथ ही सभी के पास कार्य पुस्तिका अनिवार्य रूप से हो। जिलाधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदंडे ने अभिलेख पटल, आरके पटल, खतौनी संग्रह कक्ष का निरीक्षण भी किया।
डीएम ने तहसील के निरीक्षण के दौरान कार्मिकों की सेवा पुस्तिका पूर्ण न भरे होने पर संबंधित कार्मिक को पूर्ण रूप से भरने के निर्देश दिए। उन्होंने आरसी पंजिका को नियमित प्रारूप पर न भरे जाने पर भी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने तहसील के समस्त भवनों की पैमाइश करने तथा अतिक्रमण की दिशा में उसका विवरण प्रस्तुत करने के निर्देश तहसीलदार को दिए। जिलाधिकारी ने आरके पटल निरीक्षण के दौरान खतौनी एवं भूमि वादों का निरीक्षण करते हुए संबंधित पटल प्रभारी एवं उपजिलाधिकारी व तहसीलदार को मामलों की निस्तारण में तेजी लाने के निर्देश दिए। इस अवसर पर उप जिलाधिकारी प्रमोद कुमार, राजस्व निरीक्षक प्रियंका आदि शामिल थे।