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आईआईटी मद्रास का बेहतर प्रदर्शन, इंटरनेशनल कंपनियों समेत 227 प्री-प्लेसमेंट ऑफर

नई दिल्ली। क्यूएस ग्रेजुएट एम्प्लॉयबिलिटी रैंकिंग में आईआईटी बॉम्बे और दिल्ली करियर-केंद्रित छात्रों के लिए भारत के सबसे बेहतरीन संस्थान रहे। हालांकि आईआईटी मद्रास भी इसमें बहुत पीछे नहीं है। आईआईटी मद्रास के छात्रों ने शैक्षणिक वर्ष 2021-22 में ग्रीष्मकालीन इंटर्नशिप प्रोग्राम में कई अंतर्राष्ट्रीय ऑफर के साथ कुल 227 प्री-प्लेसमेंट ऑफर (पीपीओ) हासिल किए हैं।

2018-19 में आईआईटी मद्रास के छात्रों को केवल 135 अवसर प्राप्त हुए थे। हालांकि कोरोना संक्रमण काल के बावजूद इसमें शानदार उछाल दर्ज किया गया है। 2021-22 शैक्षणिक वर्ष के ग्रीष्मकालीन इंटर्नशिप प्रोग्राम में आईआईटी मद्रास के छात्रों को 227 प्री-प्लेसमेंट आफर (पीपीओ) मिले हैं, जबकि पूरे 2020-21 शैक्षणिक वर्ष के दौरान 186 ऑफर मिले थे। पीपीओ कैंपस प्लेसमेंट के पहले चरण के शुरू होने तक जारी रहेंगे, जो 1 दिसंबर 2021 के लिए निर्धारित है।

आईआईटी मद्रास के मुताबिक इस प्रदर्शन के पीछे एक प्रमुख कारक संस्थान का मजबूत इंटर्नशिप कार्यक्रम है। यह प्रक्रिया छात्रों को कंपनियों में इंटर्न करने की सुविधा प्रदान करती है और पीपीओ की ओर ले जाती है।

आईआईटी मद्रास के सलाहकार (प्रशिक्षण और प्लेसमेंट) प्रो सीएस शंकर राम ने कहा, इंटर्नशिप प्रक्रिया कंपनियों को हमारे छात्रों का मूल्यांकन करने का एक अच्छा अवसर प्रदान करती है जो उनके साथ एक विस्तारित अवधि में इंटर्न करते हैं। यह समय अवधि हमारे छात्रों को कंपनी के बारे में अधिक जानने में भी मदद करता है। इस वर्ष सितम्बर में जारी की गई क्यूएस ग्रेजुएट एम्प्लॉयबिलिटी रैंकिंग में आईआईटी बॉम्बे करियर-केंद्रित छात्रों के लिए भारत में सबसे बेहतरीन संस्थान है। आईआईटी बॉम्बे क्यूएस ग्रेजुएट एम्प्लॉयबिलिटी रैंकिंग में 101-110 समूह में है।

क्यूएस द्वारा सर्वेक्षण किए गए 50,000 से अधिक नियोक्ताओं के अनुसार, आईआईटी बॉम्बे भारत में उच्चतम कैलिबर के ग्रेजुएट युवा तैयार करता है। यह क्यूएस के एंप्लॉयर रेपुटेशन इंडिकेटर के लिए देश का अग्रणी स्कोर है। आईआईटी बॉम्बे के बाद क्यूएस ग्रेजुएट एम्प्लॉयबिलिटी रैंकिंग में आईआईटी दिल्ली का नंबर है। आईआईटी दिल्ली रैंकिंग में 131-140 के समूह में है।

क्यूएस ग्रेजुएट एम्प्लॉयबिलिटी रैंकिंग में आईआईटी मद्रास भी वर्ष 2020 के 171-180 बैंड से बढ़कर 151-160 श्रेणी में आ गया है। ये तीनों भारतीय उच्च शिक्षण संस्थान वैश्विक रैंकिंग में शीर्ष 200 में स्थान पर हैं।

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