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मुख्यमंत्री योगी ने यूपी के 15 जिलों में 25 मार्च तक किया लॉकडाउन

लखनऊ। कोरोना वायरस से बचाव और सुरक्षा के मद्देनजर ‘जनता कर्फ्यू’ के बाद अब उत्तर प्रदेश सरकार ने सूबे के 15 जनपदों को पहले चरण में लॉकडाउन करने का निर्णय किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शाम पांच बजे गोरखनाथ मंदिर परिसर में घंटा-घड़ियाल बजाकर कोरोना के खात्मे में जुटे स्वास्थ्य प्रहरियों के प्रति अपना सम्मान जताया। उनके साथ मंदिर के पुजारी भी इसमें शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने कहा कि 23 से 25 मार्च तक पहले चरण में जिन 15 जनपदों को लॉकडाउन किया जा रहा है, उनमें आगरा, लखनऊ, गौतमबद्धनगर, गाजियाबाद, मुरादाबाद, वाराणसी, लखीमपुर खीरी, बरेली, आजमगढ़, कानपुर, मेरठ, प्रयागराज, अलीगढ़, गोरखपुर और सहारनपुर हैं।

उन्होंने इन जनपदों के सभी नागरिकों से अपील की कि वह बाहर नहीं निकलें, बेवजह सार्वजनिक स्थलों पर जाने से बचें। जिला प्रशासन लॉकडाउन सुनिश्चित करने के लिए पेट्रोलिंग करेगा। जनता की सहायता के लिए पीरआरवी 112 पूरी तरह से मुस्तैद करेगी। पीआरवी के 3000 चारपहिया वाहन और 1500 दोपहिया वाहन सुरक्षा की जिम्मेदारी निभाने के साथ आवश्यक सामग्री पहुंचाने में भी मदद करेंगे। आपातकालीन स्थिति में भी यह सेवा मदद करेगी। इसके अलावा सभी प्रकार की एम्बुलेंस भी पूरी तरह से सक्रिय रहेगी। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की सेवाएं पूरी तरह से बन्द रहेंगी। इसके साथ ही प्रदेश से कोई भी बस दूसरे राज्यों और नेपाल में नहीं जाएगी।

उन्होंने कहा कि पहले चरण के जनपदों में किसी प्रकार की सार्वजनिक गतिविधि नहीं होगी। यह 23 से 25 तक ये जारी रहेगा। सोमवार को इसकी फिर समीक्षा की जाएगी। इसके साथ ही जौनपुर, मीरजापुर, अयोध्या, बाराबंकी, भदोही, गोण्डा, संतकबीरनगर सहित जिन अन्य जनपदों में कल और आज बड़ी मात्रा में मुम्बई, सूरत से लोग आये हैं, वह अपने घरों पर रहें और वहां भी एकान्त में रहे। प्रशासन इनकी सूची तैयार करे। थोड़ी भी शंका होने ऐसे लोगों को आइसोलेशन वार्ड में रखा जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि नेपाल की सीमा से जुड़े प्रदेश के छह जनपदों में भी लोग सतर्कता बरतें। जो लोग नेपाल या बाहर से आये हैं, वह बाहर नहीं निकलें। मुख्यमंत्री ने लोगों ने बाहर निकलने के बजाय अपने घरों पर ही रहकर पूजा करने की अपील की। उन्होंने कहा कि जनपदों को सेनेटाइज पहले से ही किया जा रहा है। अब इसके लिए तीन दिन का अतिरिक्त समय मिल गया है। जनता के व्यापक हित में ये कदम उठाने पड़ रहे हैं। प्रदेश की 23 करोड़ जनता और देश के 130 करोड़वासियों के हित में ये तात्कालिक कदम उठाये जा रहे हैं। जनता से अपील है कि इसमें सहयोग करें। वैश्विक महामारी में भारत की इस लड़ाई में प्रदेश सरकार के निर्णय का समर्थन ‘जनता कर्फ्यू’ की तर्ज पर करें।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर रविवार को ‘जनता कर्फ्यू’ को लोगों ने अपना भरपूर समर्थन दिया। सुबह से ही सड़क, बाजार, मंदिर, पेट्रोल पम्प आदि बंद रहे और जनता जहां बाहर नहीं निकली। शाम पांच बजते ही प्रधानमंत्री की अपील पर लोगों ने अपने घरों के दरवाजे, बालकनी पर घंटी, शंख, थाली बजाकर इस जंग के खिलाफ अपनी जिम्मेदारी निभाने वालों के प्रति सम्मान प्रकट किया। पूरे प्रदेश में इस दौरान एकजुटता का माहौल नजर आया। महिलाओं से लेकर बच्चों तक का थाली, घंटी बजाते समय उत्साह देखने लायक था। कई महिलाओं ने ढोल बजाकर भी अभिवादन किया तो कहीं बैंड बजाकर भी जनता इसमें शरीक हुई। इसके अलावा बच्चे ताली बजाते भी देखे गए। हर घर से थाली बजने और शंख ध्वनि का इतना शोर था कि इनके आगे सारी आवाजें फीकी पड़ गई।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुरू से ही आह्वान कर रहे हैं कि इस बीमारी में उपचार से महत्वपूर्ण बचाव है। इसलिए सभी सावधानी बरतें। पूरे प्रदेशवासी सतर्क रहें। उन्होंने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और सरकार ने उपचार की पूरी व्यवस्था की है। जागरूकता के लिए सभी उपाय किए गए हैं। दिहाड़ी मजदूरों, श्रमिकों, ठेला लगाने वाले, मनरेगा श्रमिकों आदि सभी के लिए राहत पैकेज की घोषणा पहले ही की जा चुकी है।

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