मध्य प्रदेशराज्य

MP : महाकाल लोक की मूर्तियां गिरने के मामले में कमलनाथ ने बनाई जांच के लिए समिति

भोपाल : उज्जैन में रविवार शाम को हुई तेज आंधी-तूफान के साथ हुई बारिश में महाकाल लोक की कई मूर्तियां गिर गईं और इनमें से क्षतिग्रस्त हो गईं। यहां स्थापित 7 सप्तऋषियों की मूर्तियों में छह मूर्तियां क्षतिग्रस्त होने पर कांग्रेस ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है। पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने ट्वीट कर घटिया निर्माण करने वालों को दंडित करने की मांग की है। उन्होंने इस मामले की जांच के लिए एक समिति भी गठित की है।

कमलनाथ ने सात सदस्य समिति बनाई है, जो महाकाल लोक के निर्माण में हुई अनियमितता की जांच करेगी। इस समिति में सज्जन सिंह वर्मा, रामलाल मालवीय, दिलीप गुर्जर, शोभा ओझा, महेश परमार, मुरली मोरवाल, केके मिश्रा इस टीम में शामिल हैं। इसकी रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस कमेटी को भेजकर सातों नेता प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मीडिया के सामने रखेंगे।

कमल नाथ ने कहा कि मध्य प्रदेश की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने जब उज्जैन में महाकाल मंदिर परिसर का भव्य निर्माण करने का संकल्प लिया था. तब इस बात की कल्पना नहीं की थी कि बाद की सरकार महाकाल लोक के निर्माण में भी गंभीर अनियमितता करेगी। उन्होंने कहा कि आज जिस तरह से महाकाल लोक परिसर में आंधी चलने से देव प्रतिमाएं जमीन पर गिर गईं, वह दृश्य किसी भी धार्मिक व्यक्ति के लिए अत्यंत करुण दृश्य है। मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि महाकाल लोक में जो प्रतिमाएं गिरी हैं, वहां नई प्रतिमाएं तुरंत स्थापित की जाएं और घटिया निर्माण करने वालों को जांच कर दंडित किया जाए।

प्रदेश सरकार ने करीब 800 करोड़ रुपये की लागत से श्री महाकाल महालोक का निर्माण करा रही है। पहले चरण में करीब 400 करोड़ रुपये के कार्य हुए हैं। द्वितीय चरण का काम जारी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 11 अक्टूबर 2022 को महालोक का लोकार्पण किया था। इसके बाद से देशभर से हजारों भक्त प्रतिदिन इसे निहारने पहुंच रहे हैं।

महाकाल महालोक के विभिन्न कार्यों को लेकर कई शिकायतें लोकायुक्त तक पहुंची थी। रविवार शाम मूर्तियां गिरने के बाद एक बार फिर निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं। कांग्रेस नेता और प्रवक्त केके मिश्रा ने ट्विट करते हुए भाजपा पर तंज कसा है। मिश्रा ने लिखा है कि भ्रष्टाचार की आंधी ने तांडव मचाया है। महाकाल के राजदंड से कोई भी नहीं बचेगा। इधर मूर्ति गिरने की घटना के बाद शहर कांग्रेस अध्यक्ष रवि भदौरिया व अन्य स्थानीय कांग्रेस नेता भी महाकाल महालोक पहुंचे और प्रदेश सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए।

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