मध्य प्रदेशराज्य

MP: उमा भारती अज्ञातवास पर, जंगल में बिताई रात, तस्वीरें सामने आईं

सीहोर. MP की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती इन दिनों सुर्खियों में हैं। उन्होंने ट्विटर पर कल अज्ञातवास की घोषणा की थी। बुधवार की रात लगभग साढ़े दस बजे वह अचानक से सलकनपुर शक्तिपीठ में देवी दर्शन के लिए पहुंचे। चंद्रग्रहण के कारण मंदिर के पट बंद थे। इसके बाद उमा भारती ने जंगल में ही शिव मंदिर के पास बने एक चबूतरे पर रात्रि विश्राम किया है। सुबह में शिखर दर्शन कर माता रानी का पूजन अर्चन किया है। अब उनकी तस्वीरें वायरल हैं, जिसमें वह जंगल में रात्रि विश्राम कर रही हैं।

वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने सुबह 5:00 बजे मंदिर के पट खुलते ही मां जगदंबा की पूजन अर्चन की। इसके बाद वे नागपुर की तरफ रवाना हो गई। मीडिया से बातचीत के दौरान उमा ने कहा कि यह स्थान उन्हें बहुत अच्छा लगता है। उन्होंने सलकनपुर ट्रस्ट के अध्यक्ष उपाध्याय से भी यहां पर एक कुटिया बनाने का निवेदन किया है।

उमा भारती ने कहा कि दीदी मां के नाम के लिए मुझे विद्यासागर जी महाराज ने कहा था।सीहोर: एमपी की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती (uma bharti news) इन दिनों सुर्खियों में हैं। उन्होंने ट्विटर पर कल अज्ञातवास की घोषणा की थी। बुधवार की रात लगभग साढ़े दस बजे वह अचानक से सलकनपुर शक्तिपीठ में देवी दर्शन के लिए पहुंचे।

चंद्रग्रहण के कारण मंदिर के पट बंद थे। इसके बाद उमा भारती ने जंगल में ही शिव मंदिर के पास बने एक चबूतरे पर रात्रि विश्राम किया है। सुबह में शिखर दर्शन कर माता रानी का पूजन अर्चन किया है। अब उनकी तस्वीरें वायरल हैं, जिसमें वह जंगल में रात्रि विश्राम कर रही हैं।

वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने सुबह 5:00 बजे मंदिर के पट खुलते ही मां जगदंबा की पूजन अर्चन की। इसके बाद वे नागपुर की तरफ रवाना हो गई। मीडिया से बातचीत के दौरान उमा ने कहा कि यह स्थान उन्हें बहुत अच्छा लगता है। उन्होंने सलकनपुर ट्रस्ट के अध्यक्ष उपाध्याय से भी यहां पर एक कुटिया बनाने का निवेदन किया है। उमा भारती ने कहा कि दीदी मां के नाम के लिए मुझे विद्यासागर जी महाराज ने कहा था।

मध्य प्रदेश की राजनीति में उमा भारती एक ऐसा सीरियल बन गई है जिसके अगले एपिसोड में क्या होगा किसी को नहीं पता। एक बात सबको पता है कि बार-बार बयान और अभियान बदलने के कारण उमा भारती का मूल्य कम होता चला जा रहा है।

सबको लगने लगा है कि सरकार पर दबाव बनाने के लिए और 2024 के लोकसभा चुनाव में टिकट प्राप्त करने के लिए उमा भारती शराबबंदी के अभियान को लेकर बयान दिया करती हैं। दरअसल, शराबबंदी के मामले में उमा भारती ने “तारीख पर तारीख -तारीख पर तारीख” दी परंतु अभियान शुरू नहीं किया। यही कारण है कि उमा भारती को लोगों ने गंभीरता से लेना बंद कर दिया।

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