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PM मोदी, जिनके हाथों में खिलौने और किताबें होनी चाहिए, उन्हें पत्थर पकड़ा दिए

आलीराजपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शहीद चंद्रशेखर आजाद की जन्मस्थली आजाद नगर(भाबरा) पहुंचे और आजाद की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित किए और स्माकर को देखा। इसके बाद उन्होंने झोतराड़ा में ‘जरा याद करो कुर्बानी’ कार्यक्रम का शुभारंभ किया। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री का झाबुआ-आलीराजपुर अंचल का पारंपरिक साफा और जैकेट पहनाकर स्वागत किया गया। इस दौरान पीएम आजादी के शहीदों को याद करते हुए पहली बार कश्मीर में हो रही हिंसा पर भी बोले।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजराती भाषा में सभा में आए सभी लोगों को अभिवादन किया। उन्होंने कहा कि अगस्त में महात्मा गांधी ने अंग्रेजों के विरुद्ध भारत छोड़ों आंदोलन चलाया था। आज इसे 75 वर्ष हो रहे हैं और देश की आजादी मिले 70 वर्ष हो रहे हैं। आज जो हम आजादी की सांस ले रहे हैं वो शहीदों के बलिदान का परिणाम है। उन्होंने अपना सबकुछ देश के लिए समर्पित कर दिया। उनके के लिए सवा सौ करोड़ देशवासियों का दायित्व बनता है कि आजादी देने वाले सभी महापुरुषों को याद करें।

हमारे देश में कश्मीर स्वर्ग भूमि है। हर देशवासी का सपना होता है कि वे कभी न कभी कश्मीर देखने जाएं। लेकिन आज कुछ मुट्ठी भर लोग कश्मीर की परंपरा को ठेस पहुंचा रहे हैं। हम कश्मीर में युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पहुंचाना चाहते हैं। मुझे इस बात की खुशी है कि कश्मीर में अमरनाथ यात्रा चल रही है, लाखों लोग अमरनाथ यात्रा कर रहे हैं।

कश्मीर को स्वर्ग बनाएं

पीएम ने कश्मीर के युवाओं से आव्हान किया कि आइए हम कश्मीर को स्वर्ग बनाएं। पीएम ने कहा कि जिन युवकों के हाथ में बैट-बाल, बालीवॉल और किताब होनी चाहिए आज ऐसे बच्चों के हाथ में पत्थर पकड़ा दिए जाते हैं। इंसानियत, कश्मीरियत और जम्हूरित को दाग लगने नहीं दिया जाएगा।

कश्मीर में मेहबूबा मुफ्ती की सरकार और केंद्र सरकार मिलकर सभी समस्याओं का हल विकास द्वारा निकालने कोशिश कर रहे हैं। कश्मीर में शांति की जरूरत है, कश्मीर के लोग पर्यटन के द्वारा ज्यादा पैसा कमाना चाहते हैं। पीएम ने कहा मुझे खुशी है कि कश्मीर के लिए सभी दलों की एक राय है। लेकिन वहां हो रहा विकास कुछ लोगों को पच नहीं रहा। आने वाले दिनों में देश के कई हिस्सों में तिरंगा यात्राएं निकलने वाली हैं। यह तिरंगा झंड़ा वीर बलिदानियों की याद दिलाता है। यह हमें हमारी एकता की याद दिलाता है।

हर हिंदुस्तानी संकल्प ले

हर हिंदुस्तानी यह संकल्प ले कि मैं भी देश के लिए कुछ करुंगा। उन्होंने कहां कि शहीद चंद्रशेखर आजाद के गांव आकर मैं धन्य हो गया। यह मेरा सौभाग्य कि आज मुझे उनकी जन्मभूमि पर उन्हें नमन करने का अवसर मिला। पीएम ने कहा, हम में से ज्यादातर आजाद हिंदुस्तान में पैदा हुए हैं। हमें आजादी के नायकों की तहर देश के लिए अपने प्राण देने का मौका नहीं मिला, लेकिन देश के लिए जीने का मौका तो मिला है। आज देश के लिए मर मिटने का नहीं देश के लिए जीने का मौका है।

क्या हमारी ये जिम्मेदारी नहीं बनती कि आज हम देश के हर गांव में बिजली पहुंचाए। आज भी देश के कई गांवों में बिजली नहीं है। आज भी हमारी बेटियां शिक्षा से वंचित रह जाती हैं, क्या हमारे देशवासी यह संकल्प नहीं कर सकते कि हम उन्हें पढ़ाएंगे। पीएम ने कहा कि देश अपनी जनशक्ति के सपनों और बलिदान से आगे बढ़ता है।उन्होंने सभा स्थल पर आए लोगों को कहा कि मैं आपको धन्यवाद देता हूं। आप सभी बारिश के बाद भी यहां खड़े होकर आजादी के दीवानों को याद कर रहे हैं।

नरेंद्र मोदी पहले पीएम जो शहीद आजाद की जन्मस्थली पर आए

सीएम ने अपने भाषण में कहा कि इंद्र देव ने हमारी सातों दिन परीक्षा ली, लेकिन उसके बाद भी हमारा साहस कम नहीं हुआ। आज लोग बारिश के बाद भी यहां जमा हुए। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी चंद्रशेखर आजाद की जन्मस्थली पर आने वाले पहले पीएम हैं।

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