यूपी विधानसभा के पूर्व स्पीकर केशरीनाथ त्रिपाठी के निधन पर सतीश महाना ने व्यक्त किया दुःख
लखनऊ: यूपी विधानसभा के पूर्व स्पीकर और पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल पंडित केशरीनाथ त्रिपाठी का निधन हो गया है। वह 88 वर्ष के थे। रविवार सुबह 5 बजे प्रयागराज स्थित आवास पर उन्होंने अंतिम सांस ली। उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष अध्यक्ष सतीश महाना ने उनके निधन पर शोक जताया है। बताया जा रहा है कि आज शाम चार बजे प्रयागराज के रसूलाबाद घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष अध्यक्ष सतीश महाना ने भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता, पूर्व राज्यपाल, वरिष्ठ अधिवक्ता, पूर्व विधान सभा अध्यक्ष केसरी नाथ त्रिपाठी के निधन पर गहरा दु:ख व्यक्त किया हैं। महाना ने कहा कि वह संसदीय परंपराओं नियमों और संसदीय मामलों के मर्मज्ञ थे। उनके निधन से सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में अपूर्णीय क्षति हुई है। महाना ने ईश्वर प्रार्थना की है कि वह पुण्य आत्मा को चिर-शांति व शोकाकुल परिजनों को संबल प्रदान करें।
केशरीनाथ त्रिपाठी, पिछले एक महीने से बीमार चल रहे थे। आठ दिसंबर को बाशरूम में फिसलकर गिरने से उनके हाथ में फ्रैक्चर हो गया था। उसके बाद से ही उनकी तबीयत खराब चल रही थी। अत्यधिक कमजोरी के साथ ही शरीर में ऑक्सीजन लेवल कम होना और दूसरी समस्याएं भी थी। 30 दिसंबर को परिजनों ने सिविल लाइंस स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। कुछ समय इलाज के बाद उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया था ताकि संक्रमण न हो जाए। वह ठीक से भोजन भी नहीं कर पा रहे थे।
वह तीन बार यूपी विधानसभा के अध्यक्ष रहे। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सहित कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे। उनका जन्म 10 नवम्बर 1934 को हुआ था। वह अपने सात भाई-बहनों में सबसे छोटे थे। सेंट्रल हिंदू स्कूल से शुरुआती शिक्षा पूरी करने के बाद 1949 में उन्होंने अग्रवाल इंटर कॉलेज से हाईस्कूल और 1953 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से बीए की पढ़ाई पूरी की। इलाहाबाद विश्वविद्यालय से ही एलएलबी करने के बाद उन्होंने मेरठ विश्वविद्यालय से डी.लिट् और राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय से मानद की उपाधि ली।