उत्तर प्रदेशराज्य

मुकुलारण्यम महाविद्यालय में ‘सशक्त लोकतंत्र के निर्माण में बेटियों की भूमिका’ पर संगोष्ठी संपन्न

वाराणसी: वाराणसी के मुकुलारण्यम महाविद्यालय के महिला प्रकोष्ठ द्वारा रविवार को राष्ट्रीय बालिका दिवस एवं मतदाता दिवस के उपलक्ष्य में ‘सशक्त लोकतंत्र के निर्माण में बेटियों की भूमिका’ शीर्षक पर एक ई-कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आरंभ महाविद्यालय की छात्रा आस्था चौरसिया के द्वारा सरस्वती वंदना से हुआ। उसके बाद कार्यक्रम की मुख्य अतिथि नीलू मिश्रा जो बनारस की न केवल केवल ब्रांड एंबेसडर हैं बल्कि देश की उन बेटियों के लिए प्रेरणा हैं जो कम संसाधन में भी सपने को पूरा करने का दम रखती हैं एवं मुख्य वक्ता डॉ के.के. सिंह जो कि राष्ट्रीय सेवा योजना, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के समन्वयक हैं तथा समाज सुधार एवं समाज उत्थान के क्षेत्र में इन्होंने बहुत ही उत्कृष्ट कार्य किये हैं, के स्वागत वक्तव्य से प्रारम्भ हुआ जिसे महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.आशीष पाण्डेय जी ने सम्पन्न किया।

नीलू मिश्रा (प्रख्यात एथलीट एवं मतदाता जागरूकता अभियान, काशी की ब्रांड अम्बेसडर)

इस दौरान मुख्य अतिथि नीलू मिश्रा ने कहा महिलाओं को स्वयं जागरूक होना होगा और मार्ग में आने वाली बाधाओ को दूर करते हुए आगे बढ़ना होगा। चुनाव पर कहा कि यह लोकतंत्र का उत्सव है और इसे बहुत ही उल्लास और उत्साह के साथ अपने मत का सही प्रयोग करके मनाना चाहिए। उन्होंने अपने जीवन से जुड़े हुए संघर्षों को साझा करते हुए बेटियों को बढ़-चढ़कर खेल, रक्षा व अन्य क्षेत्रों में जाने के लिए प्रेरित किया।

मुख्य वक्ता- डॉ. के.के. सिंह (प्रो. समाज कार्य विभाग, काशी विद्यापीठ)

मंच साझा करते हुए मुख्य वक्ता डॉ. के. के. सिंह ने सुभाष चंद्र बोस जी के 125 वें जन्मदिवस के रूप में आज मनाये जा रहे पराक्रम दिवस के संबंध में उनके स्वतंत्रता संघर्ष एवं त्याग की चर्चा करते हुए हमारे लोकतंत्र के चारों महत्वपूर्ण स्तंभों के उत्कृष्ट एवं सुचारु व्यवस्थित कार्यपद्धती में मातृशक्ति की सशक्त भागीदारी पर बल दिया एवम् अपील की कि अग्रिम चुनाव में मातृशक्तियों को अपने मत का उचित प्रयोग कर लोकतंत्र में अपनी उपस्थिति अवश्य दर्ज करानी चाहिए।

कार्यशाला की अध्यक्षता महाविद्यालय के निदेशक प्रो. शंभू उपाध्याय द्वारा, संचालन डॉ. सुमन सिंह, अतिथि-परिचय एकता त्रिपाठी तथा धन्यवाद-ज्ञापन डॉ. वर्षा श्रीवास्तव द्वारा किया गया। कार्यशाला में महाविद्यालय के अध्यापकों में डॉ.सुनील मिश्रा, डॉ.बृजेश पांडे, अनुराग गुप्ता, दुर्गेश मणि त्रिपाठी, मनीष पांडे, अश्विनि पांडे, ज्योति सहित सैकड़ों प्रतिभागी सम्मिलित हुए।

डॉ. सुमन सिंह

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