एजेंसी/ अगस्ता वेस्टलैंड चॉपर डील पर मचे घमासान के बीच रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर 4 मई को संसद में मामले में बयान देंगे. उन्होंने कहा कि वो संसद में इस पर विस्तार से बात करेंगे और डील से जुड़े तथ्य पेश करेंगे.
इससे पहले वीवीआईपी हेलीकॉप्टर घोटाले में मनोहर पर्रिकर ने शनिवार को दो टूक शब्दों में कहा था कि 125 करोड़ के घूसकांड में पिछली सरकार को जवाब देना ही होगा. उन्होंने कहा कि यूपीए को यह बताना होगा कि अगस्ता सौदे में किस-किसने रिश्वत ली. जबकि कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा कि मोदी सरकार झूठ की राजनीति कर रही है.
देना होगा पूर्व सरकार को जवाब
देहरादून में एक समारोह के इतर संवाददाताओं से बात करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा, ‘विवाद का प्रश्न यह है कि अगस्ता सौदे में किसने पैसा लिया. सौदा होने के समय सत्ता में रहे लोगों को जवाब देना होगा. इटली की अदालत ने स्पष्ट रूप से कहा कि 125 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया. उन्होंने कुछ नामों का भी खुलासा किया था. उस समय की सरकार को जवाब देने की जरूरत है.’
एके एंटनी को घेरने की तैयारी
केंद्र सरकार अगस्ता वेस्टलैंड मामले में यूपीए सरकार के समय रक्षामंत्री रहे एके एंटनी को घेरने की तैयारी में है. इसके लिए रक्षा मंत्रालय के उच्च अधिकारियों की एक टीम अभी तक 40 से ज्यादा फाइलों को खंगाल चुकी है. रक्षा मंत्रालय के उच्च अधिकारी उन फाइलों को खंगाल रहे हैं जिसमें 3500 करोड़ रुपये के इस सौदे में अनियमितता का जिक्र है. स्कैनिंग कर रही इस टीम में सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय भी शामिल है.