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मुंबई और कोंकण में भारी बारिश के बाद कई इलाकों में भरा पानी

मुंबई । देश की वाणिज्यिक राजधानी मुंबई, तटीय कोंकण और महाराष्ट्र के अन्य हिस्सों में सोमवार रात से मूसलाधार बारिश हो रही है, जिससे कई कस्बों और गांवों में पानी भर गया है। भारी बारिश की वजह से सड़क और रेल यातायात भी प्रभावित हुआ है और प्रशासन को लगभग 3,500 लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए मजबूर होना पड़ा है। अधिकारियों ने यहां मंगलवार को यह जानकारी दी।

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने व्यक्तिगत रूप से स्थिति की निगरानी करते हुए सभी जिलों को हाई अलर्ट पर रखा है। उन्होंने आपदा प्रबंधन केंद्र का दौरा किया है और अधिकारियों को लगातार बारिश जारी रहने के कारण संवेदनशील क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को स्थानांतरित करने सहित सभी व्यवस्था करने का निर्देश दिया है।

राज्य से अब तक बारिश से किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है।

आईएमडी ने शुक्रवार तक रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, कोल्हापुर और सतारा के लिए रेड अलर्ट और मुंबई, ठाणे, पालघर, पुणे के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

मुंबई के सायन, वडाला, किंग्स सर्कल, भांडुप, परेल, कुर्ला और नेहरू नगर घुटने तक और कई स्थानों पर तो कमर तक पानी से भर गए हैं। इन इलाकों में कई सबवे जलमग्न हो गए हैं। इसके कारण पूर्व-पश्चिम यातायात की आवाजाही में बाधा आ रही है और दो राजमार्गों और प्रमुख सड़कों पर यातायात ठप पड़ गया है।

मध्य रेलवे और पश्चिम रेलवे उपनगरीय ट्रेनों के साथ-साथ मुंबई मेट्रो सेवाएं रात भर की बारिश के बाद सामान्य रूप से चल रही हैं। हालांकि इसके यातायात में कुछ देरी जरूर देखने को मिली है।

बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने कई क्षेत्रों में बाढ़ के पानी को बाहर निकालने के लिए अतिरिक्त पंप तैनात किए हैं और शहर और उपनगरों में कमजोर क्षेत्रों में बढ़ते जल स्तर की बारीकी से निगरानी की जा रही है।

पालघर, ठाणे, रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग के अन्य तटीय जिलों में भी भारी बारिश हुई है और बड़ी और छोटी स्थानीय नदियां खतरे के स्तर से ऊपर पहुंच गईं हैं।

चिपलुन, वैभववाड़ी, आंबेट, खेड़, पोलादपुर और अन्य जैसे कई शहर बाढ़ से प्रभावित हुए हैं, जिससे सड़क यातायात प्रभावित हुआ है और रायगढ़ और रत्नागिरी जिलों के पश्चिमी घाट के कुछ इलाकों में मामूली पहाड़ी-स्लाइड की सूचना मिली है।

शिंदे ने कहा कि लगातार हो रही भारी बारिश को देखते हुए एहतियात के तौर पर राज्य के निचले इलाकों से करीब 3,500 लोगों को निकाला गया है।

भूस्खलन और पहाड़ी-स्लाइड को लेकर संवेदनशील क्षेत्रों के आसपास या नदियों और अरब सागर के आसपास रहने वाले ग्रामीण हाई अलर्ट पर हैं क्योंकि प्रमुख वशिष्ठ और जगबुदी नदियों में बाढ़ आ गई थी और कुछ क्षेत्रों में खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।

कोंकण क्षेत्र में कुंडलिका, उल्हास, अंबा, सावित्री, पातालगंगा, शास्त्री, काजली, कोडावली और गडी जैसी कई नदियां मंगलवार शाम तक खतरे के निशान से ऊपर बह रही थीं।

आईएमडी के क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने अगले चार दिनों के लिए तटीय और पश्चिमी महाराष्ट्र के कई जिलों में भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। अधिकारियों ने किसी भी घटना के लिए अलर्ट और तैयार रहने का आदेश दिया है।

आईएमडी-पुणे के प्रमुख के. एस. होसलीकर ने कहा कि गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक और केरल का पूरा पश्चिमी तट बहुत भारी से भारी बारिश की संभावना के साथ घने बादलों से ढका है और तटीय क्षेत्रों के साथ-साथ मध्य और पश्चिमी महाराष्ट्र के लिए अत्यधिक भारी बारिश की संभावना है।

पूर्ण निवारक कदम उठाते हुए, एनडीआरएफ की दो-दो टीमों को मुंबई, ठाणे और कोल्हापुर में और पालघर, रायगढ़ और रत्नागिरी में एक-एक तैनात किया गया है।

एसडीआरएफ की एक-एक टीम नांदेड़ और गढ़चिरौली में पहले से ही मैदान में है जहां बीती शाम से भारी बारिश जारी है।

इस बीच राज्य सरकार मंगलवार को बाढ़ प्रभावित तटीय कोंकण में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की 24 टीमों को तैनात कर स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है।

शिंदे ने पालघर, ठाणे, रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग और कोल्हापुर जिलों में विशेष निगरानी रखने को कहा है ताकि किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सभी एजेंसियों को तैयार रखा जा सके।

उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि सरकार ने राज्य में बारिश की स्थिति की समीक्षा की है और प्रशासन को हाई अलर्ट पर रखा गया है।

एनडीआरएफ यानी राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल की दो-दो टीमों को मुंबई, ठाणे और कोल्हापुर में और एक-एक दल पालघर, रायगढ़ और रत्नागिरी में तैनात किया गया है।

एसडीआरएफ यानी राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल की एक-एक टीम नांदेड़ और गढ़चिरौली में पहले से ही मैदान में है जहां मंगलवार शाम से भारी बारिश जारी है।

इसके अलावा, एनडीआरएफ की 9 टीमों को तैयार रखा गया है, जिनमें मुंबई, पुणे और नागपुर के बेस स्टेशनों में प्रत्येक में 3 और धुले और नागपुर में बेस स्टेशनों पर एसडीआरएफ की 2 टीमों को तैनात किया गया है।

अकेले पिछले 24 घंटों में तटीय क्षेत्रों के अधिकांश क्षेत्रों में 65 मिमी से 200 मिमी बारिश हुई है।

एक अधिकारी ने कहा कि इस बीच, मुंबई में पिछले 24 घंटों में 117 मिमी, मुंबई के उपनगरों में 124 मिमी और पालघर में 100 मिमी औसत बारिश दर्ज की गई है।

अमरावती के दो गांवों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा होने के कारण, उपलब्ध स्थानीय टीमों का उपयोग करके फंसे हुए ग्रामीणों को निकालने का काम शुरू किया गया है।

हालांकि रत्नागिरी में बाढ़ की स्थिति नहीं है, जिले में 2 प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं और अधिकारी पूरी तरह से अलर्ट पर हैं। इसके अलावा कोल्हापुर में नदी का स्तर बढ़ने के साथ, एनडीआरएफ की दो टीमों को तैनात किया गया है।

मुंबई-गोवा हाईवे पर परशुराम घाट पर पहाड़ी क्षेत्र के कारण ऐहतियात के तौर पर सड़क बंद कर दी गई है।

अधिकारियों ने कहा कि पिछले 24 घंटों में मुंबई में 117 मिमी, मुंबई के उपनगरों में 124 मिमी, और पालघर में 100 मिमी, रत्नागिरी में 152 मिमी, सिंधुदुर्ग में 155 मिमी औसत बारिश दर्ज की गई है।

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