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रेलवे की नौकरी से निलंबित हुए पहलवान सुशील कुमार

स्पोर्ट्स डेस्क : दिल्ली स्थित छत्रसाल स्टेडियम में हुई 4 मई को एक पहलवान की मौत के बाद ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार को रविवार को गिरफ्तार किया गया था.

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सुशील की गिरफ्तारी के 48 घंटे बाद रेलवे की नौकरी से अगले नोटिस तक सस्पेंड कर दिया गया है. सुशील कुमार नॉर्दन रेलवे में सीनियर कमर्शियल मैनेजर है.

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उन्हें दिल्ली सरकार ने स्कूल लेवल पर स्पोर्ट के डेवलपमेंट के लिए छत्रसाल स्टेडियम में ओएसडी के रूप में नियुक्त किया था. सुशील कुमार की प्रतिनियुक्ति 2020 में बढ़ाई गयी थी और उन्होंने 2021 के लिए बढ़ाने के लिए आवेदन किया था. दिल्ली सरकार ने इस आवेदन को खारिज किया था और उन्हें उनके मूल कैडर नॉर्दन रेलवे में वापस भेजा था.

उत्तर रेलवे के सीपीआरओ दीपक कुमार के अनुसार, रेलवे बोर्ड को दिल्ली सरकार से रविवार को मामले पर एक रिपोर्ट मिली है. सुशील कुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज है और उन्हें सस्पेंड किया जाएगा.

इसके लिए एक-दो दिनों में आधिकारिक आदेश जारी हो जाएगा. नॉर्दन रेलवे के जनरल मैनेजर कानूनी विभाग समेत दूसरे सीनियर अफसरों के साथ विचार-विमर्श के बाद ये फैसला किया है.

वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, यदि कोई सरकारी कर्मचारी जघन्य अपराधों में लिप्त पाया जाता है, तो उसे आमतौर पर मामला चलने तक सस्पेंड किया जाता है. बताते चले कि सुशील कुमार पर फॉर्मर जूनियर नेशनल रेसलिंग चैंपियन सागर धनखड़ के मर्डर का आरोप है. हत्या के बाद से सुशील फरार चल रहे थे.

रविवार सुबह ही उनकी गिरफ्तारी हुई है. वो 6 दिनों की पुलिस कस्टडी में है. ये घटना 4 मई की है. सागर और उसके दोस्तों को फ्लैट से अगवा कर छत्रसाल स्टेडियम लाया गया. देर रात स्टेडियम की पार्किंग में पहलवानों के दो गुटों में झगड़ा हुआ. उसमें तीन पहलवान सागर, सोनू और अमित जख्मी हो गये.

इलाज के दौरान सागर का निधन हो गया. इस मामले में सुशील और उसके साथियों का नाम सामने आया था. तभी से पुलिस इन लोगों की तलाश कर रही थी.

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस को स्टेडियम का एक सीसीटीवी फुटेज भी मिला था. इसमें सुशील हॉकी स्टिक से सागर और उसके साथियों को मारते दिखे.

सुशील कुमार के खिलाफ मॉडल टाउन पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 302 (हत्या), अपहरण (365), और 120-बी (आपराधिक साजिश) के तहत प्राथमिकी दर्ज हुई थी. पुलिस ने सभी पीड़ितों के बयान भी दर्ज कर लिए थे. बयानों में बोला गया कि सागर और उनके कुछ दोस्त स्टेडियम के पास सुशील कुमार से जुड़े घर में रह रहे थे.

उन्हें ये घर खाली करने के लिए बोला गया था. फिर जबरदस्ती उन्हें इस घर से निकाल दिया गया. सुशील को बाद में पता चला कि सागर ने अन्य पहलवानों के सामने छत्रसाल स्टेडियम में उसके खिलाफ गलत शब्दों का प्रयोग किया था और गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी थी.

सुशील कुमार की गिरफ्तारी से संबंधित सूचना देने पर एक लाख रूपये का इनाम रखा था. दिल्ली पुलिस ने सोमवार को इसकी घोषणा की थी. सुशील के साथ फरार चल रहे अजय कुमार पर भी पुलिस ने 50 हजार रुपये का इनाम रखा था.

गिरफ्तारी के डर से, सुशील कुमार ने अग्रिम जमानत की मांग करते हुए 17 मई को दिल्ली की रोहिणी अदालत का रुख किया था, जिसमें बोला गया था कि उनके खिलाफ जांच पक्षपातपूर्ण है.

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