अद्धयात्म

अगर आपसे भी हो गया है कोई घोर पाप तो इस दिन गौ पूजन कर, करें प्रायश्चित

इस दुनिया में जन्म लेने वाले हर वक्ती से कोई ना कोई पाप हो ही जाता हैं, भले ही वो पाप जान कर नहीं बल्कि अनजाने में हो जाता हैं लेकिन उसके अनजाने में किए गए पाप से किसी दूसरे व्यक्ति या जानवर को तकलीफ पहुँचती हैं और उसके इस तकलीफ की आह उसको तकलीफ देने वाले को लग ही जाती हैं| दरअसल कभी-कभी हम कुछ काम करते हैं तो हमे लगता हैं कि हम वो काम उसके भलाई के लिए कर रहे हैं लेकिन कहीं ना कहीं उस काम से किसी और को परेशानी हो जाती हैं| ऐसे में यदि आपसे भी अनजाने में कोई पाप हो गया हैं तो इस पाप से बचने के लिए आप प्रायश्चित कर सकते हैं और उस पाप से छुटकारा पा सकते हैं|अगर आपसे भी हो गया है कोई घोर पाप तो इस दिन गौ पूजन कर, करें प्रायश्चित

अपने पाप का प्रायश्चित करने के लिए आप कामधेनु के रूप में गाय की पूजा करे क्योंकि गाय को माता कहा जाता हैं और ऐसा माना जाता हैं कि गाय में सभी देवी-देवता विद्यमान रहते हैं इसलिए पौष द्वादशी पर कामधेनु की पूजा बुधवार के दिन करे| जिस तरह देवो मे विष्णु, सरोवरो में समुन्द्र, नदियों में गंगा, पर्वतों में हिमालय, भक्तों में नारद ऋषि मुनि, पूरियों में कैलाश और क्षेत्रों में केदारनाथ श्रेष्ठ हैं ठीक वैसे ही गायों में कामधेनु श्रेष्ठ हैं| आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कामधेनु की उत्पत्ति समुन्द्र मंथन से हुइ थी| इस मंथन के देवकार्यों की सिद्धि के लिए स्वयं सुरुभी कामधेनु प्रकट हुयी थी, कामधेनु का अर्थ इच्छा को पूर्ण करने वाली|

शास्त्रो के मुताबिक परशुराम के पिता जमदग्नि ऋषि के पास कामधेनु गाय थी| बता दें कि कामधेनु को प्राप्त करने के लिए सहस्त्रार्जुन ने आश्रम पर हमला कर दिया था और कामधेनु स्वर्ग में चली गयी थी लेकिन परशुराम ने युद्ध करके सहस्त्रार्जुन का वध किया था| आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कामधेनु के रूप में गाय की पूजा करने से व्यक्ति को अपने सभी पापों से मुक्ति मिलती हैं, सभी इच्छाओं की पूर्ति भी होती हैं और सभी तकलीफ़ों का निवारण भी हो जाता हैं| दरअसल गौपूजन करने के लिए एक विशेष पूजन विधि का पालन करना पड़ता हैं| इसलिए आज हम आपको उस विधि के बारे में बताने जा रहे हैं|

पूजन विधि

पूर्व की ओर मुख करके गौपूजन करे| गाय के घी में हल्दी मिलकार दीपक और सुगंधित धूप जलाए| गेंदे के फूल चढ़ाएँ, बेसन के मिठाई का भोग लगाएँ| चन्दन की माला से ॐ सर्वदेवमये देवि लोकनां शुभ नंदिनी| मातृ-ममा भिषितं सफलं कुरु नंदिनी इस विशेष मंत्र का एक माला जप करे|

टोटके

(1) पाप से मुक्ति पाने के लिए गाय को उड़द की कचौड़ी खिलाएँ|

(2) अपनी इच्छा पूर्ति के लिए पीली गाय को नवधान खिलाएँ|

(3) बाधाओं से मुक्ति पाने के लिए काली गाय को गुड खिलाएँ|

(4) अपने गुडलक के लिए गाय को हरा चारा खिलाएँ|

(5) विवाद से बचने के लिए या टालने के लिए ॐ देवी कामधेनु सर्व बाधा निवारण मुक्ति प्रदायिनी श्याम अधर देवी नमोस्तुते|| मंत्र का जाप करे|

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