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एशिया के सबसे बड़े पार्क में सबसे ऊंचा झूला लगाना चाहते हैं अखिलेश

jhoolaलखनऊ: लंदन की तर्ज पर राजधानी के जनेश्वर मिश्र पार्क में लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) जो झूला लगाने जा रहा है, वह सीएम अखिलेश यादव को पसंद नहीं आया है। एलडीए ने आई लखनऊ का जो प्रस्ताव शासन को भेजा था, उसमें इसकी ऊंचाई 45 मीटर रखी गई थी, जबकि सीएम चाहते हैं कि इस झूले की ऊंचाई 100 मीटर रखी जाए। उनका मानना है कि झूला ऐसा हो, जिस पर बैठने के बाद पूरा लखनऊ दिखे और देश का सबसे ऊंचा झूला हो। यही वजह है कि सीएम ऑफिस ने इस झूले के प्रस्ताव को वापस भेज दिया है। अब इसकी ऊंचाई 45 मीटर की जगह 100 मीटर रखी जाएगी। लखनऊ विकास प्राधिकरण के सचिव श्रीचंद वर्मा ने बताया कि आई लखनऊ झूले का प्रस्ताव शासन को भेजा गया था। हालांकि, झूले की ऊंचाई 45 मीटर की जगह पर 100 मीटर रखने के लिए प्रस्ताव में संशोधन कर वापस भेजा गया है। उन्होंने बताया कि अब जनेश्वर मिश्र पार्क में लगने वाले इस झूले की ऊंचाई 100 मीटर रखी जाएगी। इसे किस तरह से लगाया जाएगा, इसके लिए विशेषज्ञों की मदद ली जाएगी।

बताते चलें कि एशिया का सबसे बड़ा पार्क कहे जाने वाला जनेश्वर मिश्र पार्क करीब 400 करोड़ रुपए की लागत से बनाया जा रहा है। इसमें लंदन की तर्ज पर आई लखनऊ झूला लगाया जाना है। इसका कॉन्सेप्ट भी सीएम ने ही सुझाया था। दरअसल, लंदन की थॉमस नदी पर ये आई लंदन झूला लगा हुआ है, जो पर्यटकों के लिए न केवल आकर्षण का केंद्र बिंदु है, बल्कि वहां के लोग भी इसे खासा पसंद करते हैं। इसकी ऊंचाई करीब 135 मीटर है। 1999 तक ये झूला दुनिया का सबसे ऊंचा झूला कहा जाता था। इसमें कैप्सूल के आकार के बॉक्स लगे रहते हैं। इसमें आराम से बैठकर इस झूले का मजा लिया जा सकता है। आई लंदन का एक पूरा चक्कर लगाने में करीब 30 मिनट का समय लगता है। इस एक कैप्सूल में 25 लोगों के बैठने की क्षमता है। वहीं, जनेश्वर मिश्र पार्क में 11 किमी में झील बनाई जा रही है। इसमें वेनिस की तर्ज पर गंडोला नाव चलाई जाएगी। एक गंडोला नाव की कीमत 10 लाख रुपए है, जो मंगाई जा रही है।

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